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    Electricity Generation: चतरा में एनटीपीसी की पहली यूनिट से मार्च में शुरू होगा विद्युत उत्पादन

    By Sujeet Kumar SumanEdited By:
    Updated: Sun, 12 Sep 2021 08:30 PM (IST)

    Electricity Generation NTPC Chatra Jharkhand Hindi News केंद्रीय भारी उद्योग सचिव व ऊर्जा मंत्रालय के अपर सचिव ने क्षेत्र का दौरा किया है। उत्तरी कर्णपुरा मेगा विद्युत ताप परियोजना की प्रगति पर मंथन हुआ। विद्युत उत्पादन के तीन महीने बाद परियोजना राष्ट्र को समर्पित होगी।

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    Electricity Generation, NTPC Chatra केंद्रीय भारी उद्योग सचिव व ऊर्जा मंत्रालय के अपर सचिव ने क्षेत्र का दौरा किया है।

    टंडवा (चतरा), जासं। चतरा के टंडवा में स्थित एनटीपीसी की उत्तरी कर्णपुरा मेगा विद्युत ताप परियोजना की पहली यूनिट से वर्ष 2022 के मार्च से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। वैसे अधिकारियों ने इसे चालू करने के लिए जनवरी से मार्च तक का लक्ष्य तय कर रखा है। यह संकेत रविवार को टंडवा पहुंची उच्च स्तरीय टीम ने दिया है। टीम में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल, केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अपर सचिव वीके देवांगन, एनटीपीसी के परियोजना निदेशक उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य, भेल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक नलिन सिंघल समेत अन्य सीनियर अधिकारी शामिल थे।

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    टीम ने इससे पूर्व उपायुक्त अंजली यादव, एसपी राकेश रंजन, एनटीपीसी के स्थानीय कार्यकारी निदेशक असीम कुमार गोस्वामी एवं अन्य अधिकारियों के साथ परियोजना क्षेत्र का निरीक्षण किया और इसके बाद अधिकारियों से बातचीत की। परियोजना का निर्माण भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) कर रहा है। बताते चलें कि  परियोजना की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन इसी साल अक्टूबर से शुरू हो जाना था, लेकिन कोरोना संक्रमण और रैयतों के आंदोलन के कारण इसमें विलंब हुआ है।

    एनटीपीसी के जनसंपर्क पदाधिकारी गुलशन टोप्पो ने बताया कि मार्च में पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन प्रारंभ होगा। उसके तीन महीनों के बाद उसे राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। एक साल के अंतराल पर दूसरी यूनिट तथा उसके एक साल बाद तीसरी यूनिट से बिजली का उत्पादन होगा।

    आंदोलित भू-रैयतों ने एनटीपीसी प्रबंधन के विरुद्ध निकाली मोटरसाइकिल रैली

    आंदोलित भू-रैयतों ने एनटीपीसी प्रबंधन के विरुद्ध रविवार को मोटरसाइकिल रैली निकाली और प्रदर्शन किया। साथ ही साथ आंदोलन को धारदार बनाने को लेकर रणनीति बनाई। तीन सूत्री मांगों को लेकर विस्थापित विकास संघर्ष समिति पिछले 245 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रही है। मोटरसाइकिल रैली से पहले रैयतों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के संयोजक कृष्णा साहू तथा संचालन अरविंद पांडेय ने की। छह गांव के भू-रैयत मोटरसाइकिल रैली में शामिल हुए।

    रैली का शुभारंभ धरना स्थल से हुआ। तत्पश्चात रैली प्रखंड कार्यालय होते हुए नई पारम, दुंदवा, पांडेयमोड़ के बाद राहम पहुंची। तत्पश्चात कामता, गाड़ीलौंग होते हुए शहीद चौक, अंबेडकर चौक, झंडा चौक एवं थाना होते हुए इंदिरा चौक, गुप्ता चौक, पुन: झंडा चौक से होकर दो नंबर गेट से धरना स्थल पर पहुंचकर रैली का समापन किया गया। 19 सितंबर से होने वाले आमरण अनशन तथा 20 से एनटीपीसी के संपूर्ण कार्य को बंद करने को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया।