Jharkhand News: सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले में राजनीति तेज, भाजपा बना रही बड़े आंदोलन की योजना
रांची साहिबगंज में सूर्या हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। भाजपा नेताओं ने इसे हत्या बताकर सीबीआई जांच की मांग की है। अर्जुन मुंडा हांसदा के परिवार से मिलेंगे जबकि चम्पाई सोरेन संताल क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि हांसदा अवैध खनन का विरोध कर रहे थे।

राज्य ब्यूरो, जागरण. रांची। साहिबगंज में पिछले दिनों पुलिस एनकाउंटर में मारे गए सूर्या हांसदा के मामले में भाजपा नेता पुलिस और सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। इस मामले पर संताल में राजनीति तेज हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा 17 अगस्त को गोड्डा जाकर हांसदा के स्वजनों से मुलाकात करेंगे। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन महीने भर से संताल प्रवास पर हैं। सूर्या हांसदा एनकाउंटर को उन्होंने हत्या बताया है और साहिबगंज, गोड्डा जिले में आदिवासी समाज के प्रमुख लोगों से मुलाकात कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव लड़ चुके सूर्या हांसदा साहिबगंज और गोड्डा में अवैध खनन गतिविधियों का विरोध कर रहे थे। इस वजह से राजनीतिक साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सूर्या हांसदा की हत्या की सीबीआई जांच कराने की मांग कर चुके हैं। शिबू सोरेन का श्राद्धकर्म संपन्न होने के बाद संताल परगना में सूर्या हांसदा की मौत के मामले में भाजपा बड़ा राजनीतिक आंदोलन चलाने की योजना बना रही है।
भाजपा नेता व बोरियो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
लोबिन हेंब्रम ने कहा कि सूर्या हांसदा को पुलिस की अभिरक्षा में मारा गया है। पुलिस प्रशासन को आखिर क्या जरूरत पड़ गई की एनकाउंटर करना पड़ा।
सक्रिय हुए भाजपा के सभी आदिवासी नेता
सूर्या हांसदा ने पिछला विधानसभा चुनाव जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम से लड़ा था। इससे पहले वह झाविमो और भाजपा जयराम महतो भी इसे फर्जी एनकाउंटर बता चुके हैं। भाजपा के इंटरनेट मीडिया चैनल पर भी सूर्या हांसदा की मौत को फर्जी एनकाउंटर बताकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं।
पार्टी के तीनों शीर्षस्थ आदिवासी नेता, बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और चम्पाई सोरेन इसे विस्थापन और माफिया के खिलाफ सूर्या हांसदा की सक्रियता खत्म करने की साजिश बता रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद संताल में पहली बार भाजपा के नेता एकजुट होकर सरकार के विरोध में उतर रहे हैं।
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