Jharkhand Police Meet: कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी करते हैं पुलिसकर्मी, गवर्नर ने बताया- सुरक्षा और शांति व्यवस्था के आधार स्तंभ
राज्यपाल ने कहा कि पुलिसकर्मी सुरक्षा और शांति व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। वे मुश्किल हालातों में भी अपनी ड्यूटी निभाते हैं। पुलिस का काम चुनौतीपूर्ण है, पर वे हमेशा लोगों की सेवा में लगे रहते हैं। समाज में शांति बनाए रखने में पुलिस का अहम योगदान है। वे अपराध रोकने और अपराधियों को पकड़ने का काम करते हैं। पुलिस हमेशा जनता की सुरक्षा के लिए तैयार रहती है।

गवर्नर एवं डीजीपी ने जैप वन परिसर में चार दिवसीय 20वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट-2025 का शुभारंभ किया।
राज्य ब्यूरो,रांची। रांची के डोरंडा स्थित झारखंड सशस्त्र पुलिस (जैप) वन परिसर में मंगलवार को चार दिवसीय 20वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट-2025 का शुभारंभ हुआ।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने संबोधन से इस कार्यक्रम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों-जवानों का हौसला बढ़ाया और उन्हें बेहतर पुलिसिंग के लिए सुझाव भी दिए।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिसकर्मी सुरक्षा व शांति व्यवस्था के आधारस्तंभ हैं। वे कठित परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं, चाहे विधि व्यवस्था बनाए रखना हो, अपराध नियंत्रण हो या संकट की घड़ी में जनसेवा का दायित्व निभाना हो।
किसी भी राज्य की प्रगति विधि-व्यवस्था पर निर्भर करती है, इसलिए पुलिस-प्रशासन को हर परिस्थिति में ईमानदारी, निष्ठा व समर्पण के साथ अपना काम करना चाहिए।
पुलिस व जनता के बीच संवाद एवं विश्वास का रिश्ता मजबूत हो
ऐसे आयोजन से पुलिस बल की कार्यकुशलता, अनुशासन व दक्षता निखरती है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, आपसी सहयोग व टीम भावना सुदृढ़ होती है। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस व जनता के बीच संवाद एवं विश्वास का रिश्ता मजबूत होना चाहिए।
पुलिसकर्मी जनता से शालीनता से संवाद करे और उनकी समस्या का निदान करे, ताकि आम नागरिक बिना किसी भय के अपनी बात रख सके। राज्यपाल ने अपराध नियंत्रण में वैज्ञानिक व आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर बल दिया।
साथ ही देश में लागू तीन नए आपराधिक कानून को ऐतिहासिक सुधार का प्रतीक बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झारखंड पुलिस इन कानूनों की भावना को आत्मसात कर जनता की सुरक्षा व न्याय की स्थापना में एक आदर्श प्रस्तुत करेगी।
राज्य में माओवादी गतिविधियों के उन्मूलन की दिशा में और अधिक सशक्त पहल आवश्यक है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि जब भी किसी बलिदानी का पार्थिव शरीर आता है, वे बलिदानी के स्वजन से मिलते हैं तो समझ नहीं पाते हैं कि वे क्या सांत्वना दें।
हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं। उन्होंने माओवादी गतिविधियों में संलिप्त लोगों को विकास, शिक्षा व आत्मनिर्भरता की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की।
राज्यपाल ने झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट के उद्घाटन के पूर्व शहीद स्थल पर माल्यार्पण किया, समारोह स्थल पर मार्च पास्ट की सलामी राज्यपाल के संबोधन के पूर्व आइजी सीआइडी सह झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट के संगठन सचिव मनोज कौशिक ने कार्यक्रम की महता पर प्रकाश डाला और टीम के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में क्षेत्रीय स्तर पर विजयी प्रतिभागी शामिल हुए हैं। राज्य स्तरीय इस प्रतियोगिता के विजेता राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित पुलिस ड्यूटी मीट में शामिल होंगे।
समारोह में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया कि ऐसे आयोजन से पुलिसकर्मियों की प्रतिभा निखरती है। पुलिसकर्मी वैज्ञानिक अनुसंधान, साक्ष्य संकलन सहित कई सूक्ष्म तकनीक से अवगत होते हैं।
सात टीमें, 116 प्रतिभागी चार दिनों तक दिखाएंगे कौशल
17 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में सात टीमों के 116 प्रतिभागी अपना कौशल दिखाएंगे। इन प्रतियोगिताओं में उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र हजारीबाग, दक्षिणी छोटानगपुर क्षेत्र रांची, कोल्हान क्षेत्र चाईबासा, पलामू क्षेत्र डालटनगंज, संताल क्षेत्र दुमका, कोयला क्षेत्र बोकारो व सीआइडी के अधीन सीआइडी व डाग स्क्वायड की टीम शामिल हुई है। सभी टीम के 116 प्रतिभागी अलग-अलग विषयो में अपना कौशल दिखाएंगे।
इन 13 विषयों पर होनी है प्रतियोगिताएं
चार दिनों की इन प्रतियोगिताओं में फारेंसिक साइंस, मेडिको लीगल, क्रिमिनल ला, लिफ्टिंग, पैकिंग एंड फारवार्डिंग, फिंगर प्रिंट, सीन आफ क्राइम फोटोग्राफी, आब्जर्वेशन टेस्ट, पुलिस प्रोट्रेट, कंप्यूटर साक्षरता, एंटी सबोटेज, पुलिस फोटोग्राफी, पुलिस वीडियोग्राफी के अलावा डाग स्क्वायड के लिए नारकोटिक्स, विस्फोटक आदि से संबंधित प्रतियोगिताएं होनी हैं।
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