Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप ने अपराध से हासिल किए 20 करोड़ रुपये, दोनों पत्नियों समेत 20 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 09:31 AM (IST)

    राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, उसकी पत्नियों और 17 अन्य के खिलाफ 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने पर चार्जशीट दाखिल की है। गोप और उसके साथियों पर लेवी वसूली और आपराधिक गतिविधियों से संपत्ति अर्जित करने का आरोप है, जिसका उपयोग उन्होंने निजी लाभ और संगठन को मजबूत करने के लिए किया। सभी आरोपियों पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण का आरोप है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, रांची। टेरर फंडिंग व मनी लांड्रिंग मामले में प्रतिबंधित माओवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) के विरुद्ध जांच कर रही ईडी ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप, उसकी दोनों पत्नियों शकुंतला कुमारी व हीरा देवी सहित 20 आरोपितों के विरुद्ध पूरक आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह चार्जशीट रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में दाखिल की गई है। ईडी ने जांच में पाया है कि दिनेश गोप ने लेवी-रंगदारी से 20 करोड़ रुपये अर्जित की। जांच में अब तक 3.36 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग की जानकारी सामने आई है।

    ईडी ने झारखंड पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) में दिनेश गोप और उसके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकियों और आरोप पत्रों के आधार पर पीएमएल अधिनियम के तहत जांच शुरू की थी। ये प्रथमिकियां हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली आदि से संबंधित थीं।

    ईडी को जांच में पता चला है कि दिनेश गोप ने एक आपराधिक उद्योग की कमान संभाली थी। यह हिंसा, आगजनी, धमकी के माध्यम से झारखंड और आसपास के राज्यों में ठेकेदारों, व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों से व्यवस्थित रूप से वसूली करता था।

    जांच के दौरान दिनेश गोप के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर मनी लांड्रिंग गतिविधियों का पता चला है। उसने जबरन वसूली गई नकदी को फर्जी कंपनियों के एक नेटवर्क में निवेश किया। उन कंपनियों का नेतृत्व दिनेश गोप की दोनों पत्नियां शकुंतला कुमारी व हीरा देवी करती थीं।

    उन कंपनियों का कोई वैध व्यवसाय नहीं था। लेवी-रंगदारी की राशि को हवाला के माध्यम से भी एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाया जाता था। किसी तीसरे के माध्यम से उक्त अवैध धन का निवेश भी किया जाता था, ताकि उक्त धन को वैध बनाया जा सके।

    लेवी-रंगदारी की राशि को लग्जरी वाहनों, बैंकों, उच्च मूल्य वाली संपत्तियों की खरीद, परिवार के निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल कर उसे वैध बनाने की कोशिश की गई।

    सहयोगी निवेश को हथियार खरीदने के लिए दिए थे दो करोड़ रुपये

    ईडी ने चार्जशीट में बताया कि इससे पहले पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के सहयोगी निवेश कुमार के विरुद्ध चार्जशीट की गई थी। उसके बताया गया था कि निवेश ने अपराध की आय से चार करोड़ रुपये अर्जित की थी। इसमें दिनेश गोप के दो करोड़ रुपये भी शामिल थे। उक्त रुपये दिनेश गोप ने निवेश को हथियार खरीदने के लिए दिए थे।

    निवेश कुमार पर दाखिल इसी चार्जशीट के आधार पर ईडी ने उस केस में भी दिनेश गोप को 20 अगस्त 2025 को गिरफ्तार दिखाया था। दिनेश गोप ने स्वीकार किया था कि उसकी निगरानी में संचालित शेल कंपनियों में उसने लेवी-रंगदारी से उगाही गई काली कमाई को निवेश किया था।

    इन कंपनियों में मेसर्स भाव्या इंजीकान प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, पलक इंटरप्राइजेज शामिल हैं। इन कंपनियों का संचालन दिनेश गोप की दोनों पत्नियां शकुंतला देवी व हीरा देवी के अलावा सहयोगी सुमंत कुमार ने किया।

    एनआइए ने दिनेश गोप की पत्नियों के बैंक खाते से 19 लाख 93 हजार 817 रुपये जब्त की थी। तब इनके दो दर्जन से अधिक बैंकों के खाते में 2.5 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन की जानकारी सामने आई थी।

    निवेश सहित सभी 21 आरोपितों की संपत्ति जब्त करेगी ईडी

    ईडी ने रांची स्थित पीएमएलए की विशेष अदालत से अनुरोध किया है कि पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप, उसके सहयोगी निवेश, उसकी दोनों पत्नियां शकुंतला कुमारी व हीरा देवी सहित सभी 21 आरोपितों की संपत्ति जब्त करने की अनुमति दें।

    ये संपत्तियां अपराध की आय से अर्जित की गईं हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है। इनमें जब्त नकदी, बैंक बैलेंस व वाहन आदि शामिल हैं।

    उपरोक्त चारों के अलावा अन्य 17 आरोपितों में मेसर्स आदि शिव शक्ति मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड के सुमंत कुमार, मधुकम निवासी विनोद कुमार, मेसर्स रेखा पेट्रोलियम के मालिक चंद्रशेखर कुमार, नंद किशोर महतो, मेसर्स शिव शक्ति समृद्धि प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स भाव्या इंजीकान, मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स, जितेंद्र कुमार, नंदलाल स्वर्णकार, जनार्दन कुमार सोनी, विजय कुमार जालान, फुलेश्वर गोप, जयप्रकाश सिंह भुइयां, अरुण कुमार उर्फ अमित जायसवाल, अरुण गोप, मेसर्स रिंकियोहेन आदि शामिल हैं।