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    झारखंड में बचे हैं गिने-चुने इनामी माओवादी, आत्मसमर्पण करो नहीं तो गोली खाओ के सिद्धांत पर आगे बढ़ रही पुलिस

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 08:53 PM (IST)

    राज्य में भाकपा माओवादियों को छोड़ सक्रिय रहे अन्य तीन संगठनों के सिर्फ नौ कुख्यात इनामी माओवादी वांछित हैं। इन्हें फरार घोषित करते हुए राज्य सरकार ने इनाम की घोषणा कर रखी है। इन इनामी माओवादियों में झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के चार पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) के दो तथा तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के तीन शामिल हैं।

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    झारखंड में अब बचे हैं जेजेएमपी के चार, पीएलएफआइ के दो व टीएसपीसी के तीन इनामी माओवादी।

    राज्य ब्यूरो, रांची । राज्य में भाकपा माओवादियों को छोड़ सक्रिय रहे अन्य तीन संगठनों के सिर्फ नौ कुख्यात इनामी माओवादी वांछित हैं। इन्हें फरार घोषित करते हुए राज्य सरकार ने इनाम की घोषणा कर रखी है।

    इन इनामी माओवादियों में झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के चार, पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) के दो तथा तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के तीन शामिल हैं।

    इनमें सिर्फ एक ही 25 लाख रुपये का इनामी है। शेष एक लाख से 10 लाख तक के इनामी हैं। झारखंड पुलिस के लिए वांछित माओवादियों की सूची में अब केवल 51 माओवादी बचे हैं।

    इनमें 42 भाकपा माओवादी संगठन के व शेष नौ इन छोटे-छोटे तीनों संगठनों के हैं। सभी बड़े इनामी माओवादी भाकपा माओवादी संगठन के हैं।

    एक-एक करोड़ के तीन माओवादी

    इनमें एक-एक करोड़ के तीन माओवादी असीम मंडल, मिसिर बेसरा व पतिराम मांझी के अलावा 25-25 लाख के लालचंद्र हेम्ब्रम व अजय महतो आदि शामिल हैं।

    झारखंड पुलिस ने 31 मार्च 2026 तक झारखंड को माओवादियों से मुक्त कराने का संकल्प लिया है। इसके लिए झारखंड पुलिस की ओर से अधिकृत रूप से माओवादियों को चेतावनी भी दी गई है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ें।

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    राज्य सरकार की आत्मसमर्पण सह पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाएं। अगर वे आत्मसमर्पण नहीं करेंगे तो मुठभेड़ में झारखंड पुलिस के हाथों इसी तरह मारे जाएंगे।

     किस संगठन के कितने व कौन हैं वांटेड

    •  झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) : शिव सिंह उर्फ शिवनारायण सिंह (पांच लाख), ब्रजेश यादव (पांच लाख), सचिन बेंग उर्फ यूजिन (पांच लाख) व रामदेव लोहरा उर्फ काका उर्फ साधु (पांच लाख)।
    •  तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) : ब्रजेश सिंह गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ सरकार (सुप्रीमो, 25 लाख), आरिफ उर्फ शशिकांत उर्फ सुरेश (10 लाख) व मुखदेव यादव उर्फ तूफान (पांच लाख)।
    •  पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) : बलराम लोहरा उर्फ जटु उर्फ मजनू (दो लाख) व सामुएल बुढ़ उर्फ सामू (एक लाख)।