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    दिशोम गुरु Shibu Soren के श्राद्ध कर्म के दौरान व्यवस्था संभालेंगे नौ IPS और 40 डीएसपी

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 05:26 PM (IST)

    झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म के मौके पर उनके पैतृक गांव नेमरा में विधि व्यवस्था संभालने के लिए नौ अतिरिक्त आइपीएस अधिकारियों एवं 40 डीएसपी की तैनाती की जा रही है। आइपीएस अधिकारियों को 14 से 16 अगस्त तक वहां तैनात किया गया है। इन्हें ससमय उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र बोकारो के आइजी क्रांति कुमार गडिदेशी को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।

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    नेमरा गांव के रास्ते में दिशोम गुरु शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार के दिन लगा जाम (फाइल फोटो)।

    राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सदस्य Shibu Soren के श्राद्ध कर्म के मौके पर उनके पैतृक गांव नेमरा में विधि व्यवस्था संभालने के लिए नौ अतिरिक्त IPS अधिकारियों एवं 40 डीएसपी की तैनाती की जा रही है।

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    आइपीएस अधिकारियों को 14 से 16 अगस्त तक वहां तैनात किया गया है। इन आइपीएस अधिकारियों में डीआइजी रेल प्रियदर्शी आलोक, कमांडेंट जैप-7 हजारीबाग किशोर कौशल, संयुक्त निदेशक झारखंड पुलिस अकादमी हजारीबाग अंजनी कुमार झा, एसपी विशेष शाखा हृदीप पी. जनार्दन,

    एसपी जेएपीटीसी पद्मा आशुतोष शेखर, एसपी पुलिस मुख्यालय डा. एहतेशाम वकारिब, कमांडेंट जैप-10 होटवार सौरभ, एसपी आइटीएस अजय कुमार सिन्हा व एसपी पुलिस मुख्यालय मनोज स्वर्गियारी शामिल हैं। इन्हें ससमय उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र बोकारो के आइजी क्रांति कुमार गडिदेशी को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।

    श्राद्ध कर्म को लेकर रामगढ़ जिले में बलों की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है। भारी संख्या में जवान तो होंगे ही, नियंत्रण के लिए पदाधिकारियों की भी बड़ी संख्या में तैनाती होने जा रही है।

    रामगढ़ एसपी के अनुरोध पर पुलिस मुख्यालय ने रामगढ़ जिले में 12 अगस्त से 17 अगस्त तक के लिए 40 अतिरिक्त डीएसपी की तैनाती कर दी है। इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है।

    ये हैं 40 डीएसपी जिन्हें रामगढ़ जिले में किया गया है तैनात

    विकास चंद्र श्रीवास्तव (सीनियर डीएसपी आइटीएस रांची), संदीप कुमार गुप्ता (सीनियर डीएसपी आइआरबी-4 लातेहार), मनीष चंद्र लाल (डीएसपी जैप-7, हजारीबाग), प्राण रंजन कुमार (डीएसपी जैप-8, लेस्लीगंज पलामू), पतरस बरवा (डीएसपी-जैप-4, बोकारो), मुकेश कुमार महतो (डीएसपी, पुलिस मुख्यालय), विजय रंजन कुमार (डीएसपी जेपीए हजारीबाग), अजय कुमार केशरी (डीएसपी आइआरबी-3 चतरा), कुमार विनोद (प्रशिक्षु डीएसपी चाईबासा), प्रदीप कुमार-2 (प्रशिक्षु डीएसपी चाईबासा), पूजा कुमारी-1 (प्रशिक्षु डीएसपी सरायकेला-खरसांवा), राजीव रंजन (प्रशिक्षु डीएसपी पलामू), राजेश यादव (प्रशिक्षु डीएसपी पलामू), वसीम रजा (प्रशिक्षु डीएसपी चतरा), सुनील कुमार सिंह

    (प्रशिक्षु डीएसपी धनबाद), अर्चना स्मृति खलखो (प्रशिक्षु डीएसपी धनबाद), प्रदीप कुमार-3 (प्रशिक्षु डीएसपी धनबाद), अकरम रजा (प्रशिक्षु डीएसपी जमशेदपुर), सन्नी वर्धन (प्रशिक्षु डीएसपी जमशेदपुर), रोहित कुमार साव (प्रशिक्षु डीएसपी जमशेदपुर), दिवाकर कुमार (प्रशिक्ष्ज्ञु डीएसपी कोडरमा), प्रदीप कुमार साव (प्रशिक्षु डीएसपी लातेहार), चिरंजीव मंडल (प्रशिक्षु डीएसपी गढ़वा), कुमार गौरव (प्रशिक्षु डीएसपी गोड्डा), अनुभव भारद्वाज (प्रशिक्षु डीएसपी, हजारीबाग), प्रशांत कुमार-1 (प्रशिक्षु डीएसपी हजारीबाग), पूजा कुमारी-2 (प्रशिक्षु डीएसपी हजारीबाग), अजय आर्यन (प्रशिक्षु डीएसपी पाकुड़),

    कैलाश प्रसाद महतो (प्रशिक्षु डीएसपी गिरिडीह), नीलम कुजूर (प्रशिक्षु डीएसपी गिरिडीह), रामप्रवेश कुमार (प्रशिक्षु डीएसपी खूंटी), रविकांत साव (प्रशिक्षु डीएसपी सिमडेगा), शिवशंकर मरांडी (प्रशिक्षु डीएसपी गुमला), रूपक कुमार सिंह (प्रशिक्षु डीएसपी साहिबगंज), अमेंद कुमार (प्रशिक्षु डीएसपी बोकारो), प्रशांत कुमार-2 (प्रशिक्षु डीएसपी बोकारो), अमित रविदास (प्रशिक्षु डीएसपी दुमका), रामाकांत रजक (प्रशिक्षु डीएसपी देवघर), ताराश सोरेन (प्रशिक्षु डीएसपी देवघर) व चंद्रशेखर (प्रशिक्षु डीएसपी जामताड़ा)।

    श्राद्ध कर्म के दौरान पुख्ता की जा रही है सुरक्षा

    दिशोम गुरु शिबू सोरेन का दाह संस्कार पांच अगस्त को उनके पैतृक गांव रामगढ़ जिले के गोला स्थित नेमरा में हुआ था। उनके दाह संस्कार कार्यक्रम के दौरान लोगों को भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ा था। करीब 25 किलोमीटर लंबी जाम में लोग फंसे रहे।

    कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने वालों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। भारी भीड़ जुटी थी, जिसे संभालने में प्रशासन के पसीने छूट गए थे। उस दिन न टैफिक व्यवस्था पटरी पर थी, न हीं वाहनों की पार्किंग को लेकर की गई अस्थाई व्यवस्था ही सुदृढ़ थी।

    मंत्री, विधायक, सांसद से लेकर वरीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों तक को इस अव्यवस्था का सामना करना पड़ा था। उसे देखते हुए ही श्राद्ध कर्म के दौरान संभावित लाखों की भीड़ को देखते हुए बड़ी प्रशासनिक तैयारी की जा रही है, ताकि इस बार सब कुछ सामान्य तरीके से संपन्न हो सके।