Jharkhand News: गैंगस्टर अमन साहू और उसके रिश्तेदारों के घर NIA की छापेमारी, टेरर फंडिंग से जुड़ा ये है पूरा मामला
टेरर फंडिंग मामले में एनआईए की टीम ने झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू और उसके रिश्तेदारों के घर छापेमारी की है। बता दें कि अमन साहू अभी जेल में है। एनआईए को जानकारी मिली है कि उसने लेवी रंगदारी से अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम पर बड़ी सम्पत्ति अर्जित की है। एनआईए सम्पत्ति की जानकारी लेगी और उसकी जब्ती के लिए आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।

जागरण टीम, रांची। कुख्यात अपराधी अमन साहू गैंग के विरुद्ध झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच भी तेज हो गई है। राज्य में टेरर फंडिंग के विभिन्न मामलों में विभिन्न नक्सली संगठनों के विरुद्ध जांच कर रही एनआइए ने अब अमन साहू गैंग के विरुद्ध टेंरर फंडिंग के बिंदु पर जांच तेज की है।
इसी क्रम में जांच एजेंसी ने बुधवार को रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे स्थित आवास के अलावा कांके थाना क्षेत्र के बुकरू निवासी अमन साहू के रिश्तेदार संजय प्रसाद साहू के आवास पर भी एनआइए ने छापेमारी की है। इसी तरह हजारीबाग के गिद्दी में भी अमन साहू के एक करीबी के यहां छापा पड़ा है।
दिनभर चली छापेमारी में एनआइए ने आय-व्यय, निवेश संबंधित कागजातों को तलाशा है। बुढ़मू स्थित आवास से एनआइए ने एक फर्च्यूनर गाड़ी जेएच01ईवी 4900 को जब्त किया है, जिसे बुढ़मू थाने में रखा गया है। एनआइए यह पता लगा रही है कि लेवी-रंगदारी के रुपयों को अमन साहू व उसके रिश्तेदारों ने कहां-कहां निवेश किया है।
लातेहार के बालूमाथ स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी मामले में टेरर फंडिंग के तहत एनआइए जांच कर रही है। दिसंबर 2020 में बालूमाथ थाने में दर्ज इस केस को एनआइए ने मार्च 2021 में अपने हाथ में लिया था। इस केस में एनआइए ने अब तक कुल 24 आरोपितों के विरुद्ध चार्जशीट किया है। वर्तमान में अमन साहू पलामू जेल में बंद है।
भागलपुर के शंकर यादव को पकड़ा तो ठिकाने से मिले थे 1.30 करोड़ रुपये
नकदी एनआइए ने अमन साहू के लेवी-रंगदारी के रुपयों के निवेशक व खास सहयोगी शंकर यादव को फरवरी में भागलपुर से गिरफ्तार किया था। वह अमन साहू के लेवी-रंगदारी के रुपयों को रियल इस्टेट में निवेश करता था। एनआइए ने उसके पास से 1.30 करोड़ रुपये नकदी बरामद किया था।
फरवरी में एनआइए ने भागलपुर के अलावा पूर्णिया व मधेपुरा में भी छापा मारा था। तब एनआइए ने पांच मोबाइल, एक हार्ड डिस्क, एक मैगजीन के साथ एक राइफल, एक पिस्तौल, दो मैगजीन व 63 कारतूस बरामद किया था।
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा, अमन साहू गैंग पर दर्ज हुई थी प्राथमिकी
दिसंबर 2020 में घटित घटना में लातेहार के बालूमाथ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें अपराधिक गिरोह सुजीत सिन्हा, अमन साहू गिरोह पर तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी का आरोप लगा था।
एनआइए की जांच के अनुसार अमन साहू गिरोह झारखंड में कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल था। इनमें एक डीएसपी पर गोलीबारी और व्यवसायियों और ठेकेदारों पर हमला, उनसे जबरन लेवी-रंगदारी वसूली का मामला भी शामिल है।
इस गिरोह ने झारखंड के बाहर विभिन्न टूटे हुए नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ भी संबंध विकसित किए थे।
क्या है मामला
लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र में सीसीएल के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी व गोलीबारी की घटना 18 दिसंबर 2020 को हुई थी। तब अपराधियों ने चार ट्रक व एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में चार आम नागरिक जख्मी हुए थे।
इस घटना में शामिल अपराधी सुजीत सिन्हा व अमन साहू गिरोह के थे। तेतरियाखाड़ की इस घटना में दर्ज केस को टेकओवर करते हुए एनआइए ने अपनी रांची शाखा में चार मार्च 2021 को केस दर्ज किया था। आपराधिक गिरोह के दोनों सरगना पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
एनआइए ने पूर्व में दाखिल चार्जशीट में यह खुलासा किया था कि तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी व आगजनी की घटना लेवी के लिए दहशत फैलाने के उद्देश्य से अपराधियों ने की थी। इस घटना में एनआइए ने झारखंड-बिहार के अपराधियों पर चार्जशीट दाखिल की थी।
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