एनआइए ने कुकड़ूहाट में पांच जवानों पर हमला कर शहीद करने में नौ माओवादियों पर घोषित किया इनाम, कई वांटेड
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सरायकेला-खरसावां के तिरुलडीह थाना क्षेत्र स्थित कुकड़ूहाट में पांच जवानों की हत्या कर हथियार लूटने वाले नौ माओवादियों को फरार घोषित करते हुए उन पर इनाम की घोषणा की है। यह घटना 14 जून 2019 की है तब माओवादियों ने गश्त पर निकली पुलिस टीम पर हमला कर दिया था।

दिलीप कुमार, रांची। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सरायकेला-खरसावां के तिरुलडीह थाना क्षेत्र स्थित कुकड़ूहाट में पांच जवानों की हत्या कर हथियार लूटने वाले नौ माओवादियों को फरार घोषित करते हुए उन पर इनाम की घोषणा की है।
यह घटना 14 जून 2019 की है, तब माओवादियों ने गश्त पर निकली पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। इस हमले में पांच जवान बलिदान हो गए, जिनके हथियारों को लूटकर माओवादी फरार हो गए थे।
इस पूरे मामले में दर्ज कांड संख्या आरसी-39/2020/एनआइए/डीएलआइ की जांच कर रही एनआइए ने जिन माओवादियों को फरार घोषित किया है।
उनमें गिरिडीह के पतिराम मांझी उर्फ तूफान उर्फ अनल पर 15 लाख रुपये, पूर्वी सिंहभूम के सचिन मार्डी उर्फ रामप्रसाद मार्डी उर्फ महादेव उर्फ सुनील पर सात लाख रुपये, रांची के तमाड़ निवासी अमित मुंडा उर्फ सुखलाल मुंडा पर पांच लाख, खूंटी के अड़की निवासी प्रभात मुंडा उर्फ मुखिया पर दो लाख, रांची के बुंडू निवासी गुलशन सिंह मुंडा उर्फ गाड़ी उर्फ सुभाष सिंह मुंडा पर दो लाख रुपये है।
इसके अलावा सरायकेला-खरसांवा के नीमडीह निवासी रवि उर्फ सागर सिंह सरदार उर्फ बिरेन सिंह पर एक लाख, बोकारो के जगेश्वर विहार के रहावन ओपी निवासी अतुल महतो उर्फ प्रकाश महतो पर एक लाख, बंगाल के प्रदीप मंडल उर्फ महेश उर्फ डाक्टर व रांची के तमाड़ निवासी अनेम हेस्सा पूर्ति पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
पतिराम मांझी सेंट्रल कमेटी सदस्य है, जिसपर झारखंड सरकार ने भी एक करोड़ का इनाम घोषित कर रखा है। इनमें सिर्फ प्रदीप मंडल बंगाल का रहने वाला है। अन्य आठ माओवादी झारखंड के विभिन्न जिलों के निवासी हैं।
चंदवा में पुलिसकर्मियों के बलिदान में भी 11 माओवादी वांटेड
लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित लुकइया मोड़ के पास 23 नवंबर 2019 की शाम पीसीआर वैन पर हमला कर माओवादियों ने चार पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी और उनके हथियार लूट लिए थे।
इस मामले में एनआइए ने कांड संख्या आरसी-25/2020/एनआइए/डीएलआइ दर्ज कर जांच की और 11 माओवादियों को फरार घोषित करते हुए उनपर इनाम की भी घोषणा की है।
इस केस में भी पतिराम मांझी उर्फ अनल वांटेड है, जिसपर एनआइए ने 15 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। इसके अलावा इस केस में माओवादियों को एनआइए ने फरार घोषित किया गया है।
फरार माओवादियों में पलामू के नागेंद्र यादव पर तीन लाख रुपये, गुमला के राजेश उरांव पर एक लाख रुपये, लोहरदगा के अनिल तुरी पर दो लाख रुपये, गुमला के लाजिम अंसारी पर दो लाख रुपये, लातेहार के नेशनल गंझू व कुंदन सिंह खेरवार पर तीन-तीन लाख रुपये है।
इसके अलावा बूढ़ा गांव निवासी जितेंद्र नगेशिया पर एक लाख रुपये, चतरा के नवीन उर्फ सर्वजीत पर चार लाख रुपये, बिहार के औरंगाबाद के सौरभ उर्फ मारकूस बाबा पर पांच लाख रुपये, गया के चकरबंदा निवासी मनीष यादव उर्फ प्रसाद पर तीन लाख रुपये व चकरबंदा के डुमरिया निवासी रंथू उरांव उर्फ गुरुचरण पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
एनआइए की फरारी सूची में हैं झारखंड से संबद्ध 32 माओवादी
एनआइए की फरारी सूची में कुल 32 माओवादी झारखंड से संबद्ध कांडों से जुड़े हैं। इनमें एक बंगाल व तीन बिहार के भी माआवेादी शामिल हैं। फरार इनामी माओवादियों में नौ माओवादी कुकड़ूहाट कांड व 11 माओवादी चंदवा में पुलिस पार्टी पर हमला कर हथियार लूटने में शामिल थे।
शेष बचे 12 माओवादी झारखंड में दर्ज टेरर फंडिंग, यूएपी अधिनियम में दर्ज अन्य कांडों में शामिल रहे हैं। फरार माओवादियों में लातेहार के सिकिद के बिरजू गंझू उर्फ छोटू खेरवार पर पांच लाख, चतरा के लावालौंग के गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ ब्रजेश गंझू पर पांच लाख, चतरा के कुंडा के नागेश्वर गंझू उर्फ तरुण, चंदवा के बांझी टोला निवासी रवींद्र गंझू उर्फ मुकेश गंझू पर पांच लाख हैं।
इसके अलावा पलामू के नीरज सिंह खेरवार पर चार लाख, लातेहार के छीपादोहर निवासी मृत्युंजय भुइया पर चार लाख, चतरा के लावालौंग निवासी आक्रमण पर तीन लाख, गिरिडीह के मधुबन निवासी रामदयाल महतो पर तीन लाख, गिरिडीह के पीरटांड़ निवासी अजय महतो उर्फ टाइगर पर तीन लाख, गिरिडीह के पीरटांड़ निवासीी कृष्णा उर्फ अविनाश पर दो लाख, गिरिडीह के अकबकीटांड़ निवासी शनिचरवा हेम्ब्रम पर 50 हजार रुपये व गुमला के लाजिम अंसारी पर दो लाख का इनाम घोषित है।
पकड़े व मारे गए माओवादी भी हैं एनआइए की वांटेड सूची में
32 माओवादियों के अलावा चार माओवादी जो पकड़े गए या मारे गए हैं, वे भी एनआइए की वांटेड सूची में हैं। इनमें बोकारो में मारा गया विवेक उर्फ प्रयाग मांझी, हजारीबाग में मारे गए रघुनाथ हेम्ब्रम के अलावा पकड़ा गया पीएलएफआइ का सुप्रीमो दिनेश गोप तथा बुंडू का गुरुवा मुंडा शामिल हैं।
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