अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयास से बना था झारखंड, इस तरह जुड़ी हैं यादें...
Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayees Birth Anniversary प्रधानमंत्री (Prime Minister) रह चुके भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (Bharat Ratna Atal Bihari V ...और पढ़ें

रांची (एम अखलाक)। Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee's Birth Anniversary : प्रधानमंत्री (Prime Minister) रह चुके भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee) का झारखंड (Jharkhand) से गहरा नाता रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के प्रयास से ही झारखंड नए राज्य (Jharkhand New State) का गठन हुआ था।
सभाओं को संबोधित करने पहुंचे थे झारखंड:
बात 1999 की है। अटल बिहारी वाजपेयी चुनावी सभाओं को संबोधित करने झारखंड पहुंचे थे। इन सभाओं में अटल बिहारी वाजपेयी ने दो टूक कहा था आप मेरी सरकार बनवाएं मैं आपको अलग राज्य का तोहफा दूंगा। जनता ने उनकी बात मान ली और केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बन गई। अटल बिहारी वाजपेयी ने भी जनता के मान को सम्मान दिया। 15 नवंबर 2000 को अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता को अलग राज्य का तोहफा दे दिया। पहली बार झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और बाबूलाल मरांडी इस राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने।
लालू प्रसाद के विरोध के बावजूद बना झारखंड:
एक समय ऐसा था कि झारखंड बंटवारे को लेकर बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद खुलकर कहा करते थे की बिहार का बंटवारा उनकी लाश पर होगा। लेकिन बिहार का बंटवारा अंततः अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में हो ही गया। लालू प्रसाद का विरोध काम नहीं आया। अटल बिहारी वाजपेयी अटल प्रतिज्ञा ने इस नए राज्य की बुनियाद रख दी।
वाजपेयी के योगदान और उनसे जुड़ी यादों को याद कर रहे हैं लोग:
आज मौजूदा झारखंड अटल बिहारी वाजपेयी को उनके जन्मदिन पर उन्हें याद कर रहा है। झारखंड के विभिन्न जिलों में अटल बिहारी वाजपेयी की याद में तरह तरह की सभाएं और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन सभाओं में अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान और उनसे जुड़ी यादों को लोग याद कर रहे हैं।
अनेकों बार झारखंड की यात्रा पर आए:
अपने जीवन काल में अटल बिहारी वाजपेयी अनेकों बार झारखंड की यात्रा पर आए। चुनावी सभाओं को संबोधित करने वह अक्सर ही झारखंड आया करते थे। उनकी सभाओं में भारी भीड़ उमड़ पड़ती थी। लोग उनके भाषण देने की शैली के कायल थे। आलम यह था कि जैसे ही पता चलता अटल बिहारी वाजपेयी की सभा यहां होने वाली है, लोग भारी संख्या में उन्हें सुनने के लिए उम्र पड़ते थे। आज भी बहुत सारे लोग उनके भाषणों के एक-एक शब्द को याद रखे हुए हैं।
झारखंड के कई नेताओं ने साझा किया है मंच :
झारखंड के कई वरिष्ठ नेताओं को अटल बिहारी वाजपेयी के साथ चुनावी सभाओं में मंच साझा करने का अवसर मिल चुका है। इनमें कई नेता अब भी जीवित बचे हैं। कई ऐसे पूर्व विधायक और पूर्व सांसद यहां मौजूद हैं, जिनकी सभाओं में अटल बिहारी वाजपेयी आ चुके हैं। अटल जी की चुनावी सभाओं के कारण इनकी जीत हुई थी। आज यह पूर्व सांसद और विधायक अटल जी को याद करते हुए भावुक हो उठते हैं।
रांची में है अटल मार्केट, सरायकेला में अटल पार्क:
झारखंड के कई जिलों में अटल बिहारी वाजपेई की यादें जुड़ी हुई हैं। धनबाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने जहां एक प्रतिमा का अनावरण किया था, वहीं राजधानी रांची में उनकी याद में अटल मार्केट बनाया गया है। यहां पर अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा भी मौजूद है। आज इस प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि का कार्यक्रम रखा गया है। झारखंड के कई और भी जिलों में अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर पार्थ और अन्य चीजें बनाई गई है। सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर इलाके में भी एक अटल पार्क मौजूद है।

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