Jharkhand Politics: हेमंत सोरेन सरकार को बड़ा झटका, NCP विधायक कमलेश सिंह ने समर्थन लिया वापस
झारखंड सरकार को बुधवार को बड़ा झटका लगा। लोकसभा चुनाव से पहले एनसीपी विधायक ने अपना समर्थन वापस ले लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि हमने सरकार को हरसंभव समर्थन किया लेकिन सरकार हमारी मांग पूरी नहीं कर सकी। हेमंत सरकार जनता के आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरी। इस कारण अपना समर्थन वापस ले लिया।
राज्य ब्यूरो, रांची। रांची में बुधवार को एनसीपी विधायक कमलेश सिंह ने हेमंत सोरेन सरकार को तगड़ा झटका दिया है। एनसीपी के विधायन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार से तत्काल प्रभाव से अपना समर्थन वापस लिया।
बुधवार को एनसीपी विधायक कमलेश सिह ने प्रेस कॉन्फ्रेस की। इस दौरान कहा कि सरकार जनता के आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरी। इसी कारण अपना समर्थन सरकार से वापस लिया है। इतना ही नहीं, हुसैनाबाद को जिला बनाने की मांग की थी वह भी मांग पूरी नहीं हुई। मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी दी, लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई।
'अजित पवार के कहने पर सरकार को समय दिया था'
उन्होंने कहा कि अजित पवार के कहने पर सरकार को समय दिया था और हम सपोर्ट कर रहे थे तो हमें भी सपोर्ट की उम्मीग थी। हमारा इलाका नक्सल प्रभावित है। यहां काफी कठिनाई है, वहां राज्य की स्थिति क्या है किसी से छिपी नहीं है।
कमलेश सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अन्य जिलों के लोगों को भी नही सुना जाता है। इस सरकार में लाचार होकर हम आज यूपीए से समर्थन वापस लेते हैं। राज्यपाल को इससे संबंधित चिट्ठी भेज रहे हैं।
'विधानसभा चुनाव में जेएमएम को परेशानी होगी'
उन्होंने आगे कहा कि इतना ही नहीं, बालू घाट को लेकर भी बात उठाई, लेकिन कोई नहीं सुना। पलामू के साथ राज्य में जेएमएम की स्थिति ठीक नहीं रहेगी। सरकार ने जनता को ठगा है।
आगामी विधानसभा चुनाव में जेएमएम को परेशानी होगी। एनसीपी के प्रवक्ता सूर्या सिंह ने कहा कि हमसे समर्थन मांगा गया था तब हमने सरकार को समर्थन दिया था।
यह भी पढ़ें: 'BJP के कारण भिखारियों जैसी हो गई झारखंड की हालत'- हेमंत सोरेन ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- 'हम नहीं मानेंगे हार'
यह भी पढ़ें: 'शिबू सोरेन नहीं, तिलकामांझी हो... ', दुमका के नए पुल का नाम रखने को लेकर गरमाई सियासत; BJP ने जताया कड़ा ऐतराज
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।