कदम कदम पर खतरा: नक्सलियों ने बिछा रखी है बारूदी सुरंग, डिफ्यूज करने में जुटे जवान
झारखंड में नक्सलियों की नकेल कसने के लिए एक तरफ जहां सेना के जवान और झारखंड पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने जगह जगह पर विस्फोटक बिछा रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची: एक तरफ जहां एक करोड़ के इनामी अनल दा व मिसिर बेसरा के क्षेत्र कोल्हान के ट्राईजंक्शन पर सुरक्षा बलों की दबिश बढ़ती जा रही है, वहीं, दूसरी ओर नक्सलियों ने भी उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए बारुदी सुरंग बिछा रखे हैं। कुछ दिनो पहले यानी 10 दिसंबर को पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो थाना क्षेत्र में रेंगड़ाहातू से तुम्बाहाका जाने वाले रास्ते पर माओवादियों विस्फोटक लगाए थे।
इस आइईडी के विस्फोट में नक्सल विरोधी अभियान पर निकले कोबरा 209 बटालियन के इंस्पेक्टर प्रभाकर साहनी जख्मी हो गए थे। ट्राई जंक्शन के इन क्षेत्रों में पिछले साढ़े पांच महीने के अभियान के दौरान बरामद विस्फोटक व आइईडी की स्थिति देखने पर यह कहा जा सकता है कि इन क्षेत्रों में नक्सलियों ने कदम-कदम पर बारुदी सुरंग बिछा रखी है, जिसे निष्क्रिय करने की कोशिश लगातार जारी है।
अब तक मिल चुके हैं इतने विस्फोटक
झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ मिलकर उक्त क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने की लगातार कोशिश कर रही है। जून 2022 से अब तक सुरक्षा बलों ने 29 माओवादियों को गिरफ्तार किया, जिनमें दो माओवादी एरिया कमांडर रैंक के थे। इस दौरान पुलिस की एक बार नक्सलियों से मुठभेड़ भी हो चुकी है। साढ़े पांच महीने में 66 आइईडी, 90 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुए। झारखंड पुलिस से मिले एक आंकड़े के अनुसार जून 2022 से अब तक माओवादियों के बिछाए हुए 66 आइईडी को सुरक्षा बलों ने निकाला।
सर्वाधिक आइईडी की बरामदगी नवंबर महीने में हुई है। जुलाई में सिर्फ एक आइईडी मिला था। वहीं, नवंबर में 41 व दिसंबर में अब तक 24 आइईडी बरामद हो चुके हैं। विस्फोटकों की बात करें तो नवंबर महीने में ही सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र से 90 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ बरामद किया है। बरामद आइईडी को सुरक्षा बलों ने बम निरोधक दस्ते की सहायता से मौके पर ही नष्ट करवा दिया।
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