NIA की रिमांड में कुख्यात नक्सली कुलदीप गंझू, पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हुए हमले को लेकर करेगी पूंछताछ
पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा पिछले साल चार जनवरी को पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सली हमले की जांच कर रही एनआइए ने नक्सली कुलदीप गंझू को चार दिनों के रिमांड पर लिया है। एनआइए उससे 19 जनवरी तक पूछताछ करेगी।

रांची, राज्य ब्यूरो: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा पिछले साल चार जनवरी को पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सली हमले की जांच कर रही एनआइए ने नक्सली कुलदीप गंझू को चार दिनों के रिमांड पर लिया है। एनआइए उससे 19 जनवरी तक पूछताछ करेगी। कुलदीप गंझू एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के मारक दस्ते में एरिया कमांडर था। उसने गत माह 22 दिसंबर को चाईबासा में झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया था।
आत्मसमर्पण के बाद पुलिस की जांच में ही यह तथ्य सामने आया था कि कुलदीप लंबे समय तक झारखंड और ओडिशा की सीमा पर सारंडा क्षेत्र में सक्रिय रहा था। वह कई नक्सली घटनाओं में भी शामिल था और पिछले साल चार जनवरी को पूर्व विधायक पर हुए हमले के मामले में भी उसकी संलिप्तता थी।
जांच में यह खुलासा होने के बाद एनआइए ने उसे रिमांड पर लेकर यह जानकारी जुटाने का प्रयास की है कि पूर्व विधायक पर हमले के पीछे का मूल कारण क्या था और कौन-कौन से प्रमुख नक्सली उस हमले में शामिल थे। उनकी आगे की योजना क्या थी। एनआइए इन सभी बिंदुओं पर जानकारी जुटाएगी।
बता दें कि पिछले साल चार जनवरी की शाम झीलरुआं मैदान में आयोजित खेलकूद समारोह में शामिल पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था। उन्होंने भीड़ में शामिल होकर अपनी जान बचाई थी। नक्सलियों ने मैदान में मौजूद पूर्व विधायक के तीनों अंगरक्षकों को घेर लिया था। अंगरक्षक नक्सलियों से उलझ गए लेकिन उनकी संख्या अधिक थी, जिससे नक्सली हथियार लूटने में सफल रहे थे।
नक्सलियों ने दो अंगरक्षकों की हत्या कर दी थी और एक अंगरक्षक ने घायल अवस्था में भागकर अपनी जान बचाई थी। झारखंड पुलिस के अपनी जांच में इस बात का खुलासा किया था कि पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमले के पीछे नक्सलियों का उद्देश्य पूर्व विधायक के अंगरक्षकों का हथियार लूटना था।
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