Navratri 2022: चतरा के मां भद्रकाली मंदिर में विधि-विधान पूर्वक हुई नवरात्र के कलश की स्थापना, पूजन के लिए लगी रहीं भक्तों की भीड़
Navratri 2022 झारखंड में चतरा जिला के मां भद्रकाली मंदिर परिसर में शनिवार को पूरे विधि-विधान पूर्वक चैत्र नवरात्र के कलश की स्थापना की गई। मंदिर परिसर में चैत्र नवरात्र का कलश स्थापना से पूर्व अहले सुबह मां भद्रकाली की श्रृंगार पूजा हुई।

इटखोरी(चतरा), जासं। Navratri 2022 झारखंड में चतरा जिला के मां भद्रकाली मंदिर परिसर में शनिवार को पूरे विधि-विधान पूर्वक चैत्र नवरात्र के कलश की स्थापना की गई। इस दौरान माता का दरबार जगत जननी के जयकारे से गुंजायमान होता रहा। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में पूजा अर्चना करने को पहुंचे। मंदिर परिसर में चैत्र नवरात्र का कलश स्थापना से पूर्व अहले सुबह मां भद्रकाली की श्रृंगार पूजा हुई। माता की प्रतिमा को मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का रूप दिया गया।
तत्पश्चात घी के दिए व कपूर से माता की महाआरती उतारी गई। श्रृंगार पूजा के वक्त मंदिर परिसर में उपस्थित भक्तों का रोम-रोम पुजारियों के मंत्रोच्चारण से पुलकित होता रहा। श्रृंगार पूजा के पश्चात सर्वप्रथम मां भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के द्वारा मंदिर के गर्भ गृह में नवरात्र के कलश की स्थापना की गई। तत्पश्चात श्रद्धालु भक्तों ने प्रथम कच्छ में नवरात्र का कलश स्थापित किया। कलश स्थापना के साथ ही मंदिर परिसर का कोना कोना दुर्गा सप्तशती के श्लोक से गुंजायमान होने लगा है।
नवरात्र के प्रथम दिन मां भद्रकाली का दर्शन पूजन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मंदिर परिसर में पहुंचे। स्थानीय भक्तों के साथ दूरदराज के श्रद्धालुओं ने भी इस पावन दिवस पर मां भद्रकाली की पूजा अर्चना की।
मंदिर के पुजारी नागेश्वर तिवारी ने बताया कि मां भद्रकाली मंदिर में इस वर्ष चैत्र नवरात्र का अनुष्ठान 10 अप्रैल तक होगा। 10 अप्रैल को ही कलश विसर्जन तथा हवन के साथ चैत्र नवरात्र की पूर्णाहुति की जाएगी। मंदिर में इस वर्ष चैत्र नवरात्र की संधि बलि नौ अप्रैल को रात्रि 10:26 बजे के पश्चात पड़ेगी। परंपरा के अनुसार मां भद्रकाली को शाकाहार बलि अर्पित की जाएगी।
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