50 हजार महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ेगा नाबार्ड
राज्य के छह जिलों में नाबार्ड नवंबर के पहले सप्ताह में ई शक्ति परियोजना की शुरुआत की जाएगी। नाबा़र्ड ने इसकी तैयारी कर ली है।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्य के छह जिलों में नाबार्ड नवंबर के पहले सप्ताह में ई शक्ति परियोजना का विस्तार करेगा। इसके तहत आठ हजार महिला स्वयं सहायता समूह को परियोजना में जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। चौथे चरण में गढ़वा, लोहरदगा, दुमका, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम और पलामू जिलों में विस्तार किया जा रहा है। परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूहों की हर जानकारी का डिजिटलीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे कार्य, बैंक की जानकारी और उत्पाद की जानकारी भी डिजिटल प्लेटफार्म पर होगी। परियोजना के तहत सभी स्वयं सहायता समूहों की जानकारी मार्च तक ऑनलाइन कर दी जायेगी।
नाबार्ड के महाप्रबंधक आशीष कुमार पाढ़ी ने इस बारे में कहा कि ग्रामीण भारत के सामाजिक आर्थिक विकास और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए नाबार्ड लगातार कई परियोजना के तहत कार्य कर रहा है। नाबार्ड ने पिछले तीन दशकों में 49 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह को बढ़ावा दिया है। रामगढ़ से इस परियोजना की शुरुआत 2015 में हुई
इस परियोजना की शुरुआत झारखंड में साल 2015 में रामगढ़ से हुई है। इसके बाद परियोजना का विस्तार सात जिलों में किया गया। इन जिलों के 20949 स्वयं सहायता समूहों को नाबार्ड की तरफ से सहायता प्रदान की गयी है। ई-शक्ति परियोजना में एनजीओ की मदद से स्वयं सहायता समूह बनाया जाता है। इसके बाद उनके कार्य की जानकारी को डिजिटल करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसका फायदा स्वयं सहायता समूहों को लोन देने वाले बैंकों को भी होता है। इससे वो स्वयं सहायता समूह की गतिविधि को देखकर उन्हें लोन दे सकते हैं।

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