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री-रजिस्ट्रेशन वाले विद्यार्थी ही सबसे अधिक हुए हैं फेल : जैक

जैक 10वीं और 12वीं के रिजल्ट को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने अपना पक्ष रखा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Aug 2021 07:03 AM (IST)Updated: Tue, 10 Aug 2021 07:03 AM (IST)
री-रजिस्ट्रेशन वाले विद्यार्थी ही सबसे अधिक हुए हैं फेल : जैक
री-रजिस्ट्रेशन वाले विद्यार्थी ही सबसे अधिक हुए हैं फेल : जैक

जासं, रांची : जैक 10वीं और 12वीं के रिजल्ट को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने अपना पक्ष रखा है। जैक ने कहा है कि इस वर्ष नियमित छात्रों में फेल होने वाले छात्रों की संख्या कम है। पूर्ववर्ती छात्रों का भी परीक्षाफल लगभग 80 प्रतिशत है। सबसे अधिक पुनर्पंजीकृत (री-रजिस्ट्रेशन) छात्र ही अनुत्तीर्ण हुए हैं। ये वे छात्र हैं जो पूर्व के वर्ष में पंजीकृत हुए थे और उन्हें तीन वर्षों तक परीक्षा में सम्मिलित होने का मौका दिया गया था। ये छात्र तीन वर्षों में भी परीक्षा पास नहीं कर सके। पुन: पंजीयन कराने के बाद परीक्षा में शामिल होने वाले थे। जैक का कहना है कि ऐसे छात्रों का पिछली सभी परीक्षाओं का विषयवार अंक निकाला गया। इनमें जो सबसे बेहतर अंक था, उन्हें प्रदान किया गया। जैक ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे छात्र पूर्व की किसी परीक्षा में उत्तीर्ण ही नहीं हुए थे तो इस परीक्षा में किस आधार पर पास होते। यही स्थिति पूर्ववर्ती छात्रों की कोटि में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों के साथ हुई है।

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यह भी बताया कारण : जैक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि कक्षा नौ और कक्षा 11 में चार विषयों में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रोन्नत कर दिया जाता है। लेकिन माध्यमिक व इंटर की परीक्षा में पांच विषयों में छात्रों का उत्तीर्ण होना आवश्यक है। परीक्षा नियमावली के अनुसार, इंटर में सैद्धांतिक व प्रायोगिक परीक्षा में अलग-अलग उत्तीर्ण होना आवश्यक है। यही कारण है कि कुछ छात्र जो नौवीं और 11वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण थे, वे मैट्रिक व इंटर में अनुत्तीर्ण हो गए। छात्रों के हित को ध्यान रखते हुए तैयार हुआ परीक्षाफल : जैक का कहना है कि छात्रों के हित में आंतरिक मूल्यांकन का अंक सैद्धांतिक अंक के साथ जोड़कर परीक्षाफल का निर्माण किया गया है। नियमावली के अनुसार, ग्रेस अंक का भी लाभ दिया गया है। परीक्षार्थियों को दिया जा रहा मौका, नहीं लिया जा रहा शुल्क : जैक के अनुसार, इस वर्ष विशेष परिस्थिति में पूरक व संपूरक परीक्षा (विशेष परीक्षा) का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा में वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों के साथ-साथ वैसे छात्रों को भी मौका दिया जा रहा है जो अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं। परीक्षा के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। ----------

छात्रों के लिए यह भी जरूरी

कोविड 19 को देखते हुए कम समय में ही परीक्षा होगी।

जो छात्र सैद्धांतिक परीक्षा में उत्तीर्ण हैं और प्रैक्टिकल में फेल या अनुपस्थित हैं उन्हें केवल प्रैक्टिकल में शामिल होने का मौका दिया जाएगा। रिजल्ट भी शीघ्र दिया जाएगा। परीक्षा के लिए निर्गत होने वाले प्रमाण पत्र पर पूरक या संपूरक लिखा नहीं होगा। प्रमाणपत्र वार्षिक परीक्षा की तरह ही होगा। सभी के अंकपत्र में डिवीजन भी दिया जाएगा।


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