विधायक शिवपूजन मेहता बसपा से निष्कासित, पार्टी को बताए बगैर दिया था इस्तीफा
Jharkhand. हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा को बहुजन समाज पार्टी से बाहर कर दिया गया है। इन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। ...और पढ़ें

रांची, राज्य ब्यूरो। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता को दल से निकाल दिया है। बसपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सुबल दास ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सिर्फ लोगों को बरगलाने के लिए कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने विधानसभा में इस्तीफे का नाटक किया। इससे संबंधित कोई सहमति उन्होंने संगठन से नहीं ली। उन्होंने अपने निर्णय की जानकारी बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमारी मायावती को भी नहीं दी। इसके अलावा उन्होंने संगठन के प्रदेश प्रभारी के संज्ञान में भी इसे नहीं दिया। यह पार्टी अनुशासन के खिलाफ है।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुशवाहा शिवपूजन पार्टी विरोधी गतिविधियों में भी लिप्त पाए गए हैं। इस वजह से भी उन्हें संगठन से निष्कासित किया जाता है। सुबल दास ने कहा कि कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने हुसैनाबाद से विधायक बनने के बाद अपने क्षेत्र को कभी समय नहीं दिया। उन्होंने जनता के साथ-साथ बसपा के कार्यकर्ताओं से भी दूरी बनाई। उनकी इस प्रवृति से जनता और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। विधायक सिर्फ निजी हित साधने में लगे रहे। जब उन्हें पता चला कि बड़े पैमाने पर लोग उनका विरोध कर रहे हैं, तो उन्होंने विधानसभा में इस्तीफे का नाटक रचा। बता दें कि कुशवाहा झारखंड विधानसभा में बसपा के एकमात्र विधायक हैं।
मुझे नहीं निकाल सकते बसपा से
हुसैनाबाद के विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने दावा किया है कि सुबल दास उन्हें बहुजन समाज पार्टी से नहीं निकाल सकते। वे खुद झारखंड प्रदेश बसपा के प्रभारी हैं और ऐसे नीतिगत फैसले बगैर उनकी जानकारी के नहीं लिए जा सकते हैं। कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने यह भी कहा कि बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सुबल दास उनके प्रति दुर्भावना से ग्र्रसित हैं। उन्होंने प्रदेश में बसपा की पहचान दिलाई है और सुबल दास की कोई पहचान नहीं है। पार्टी से उन्हें निकालने की कार्रवाई करने का उन्हें अधिकार नहीं है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।