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    Jharkhand News: मिलेट्स मिशन अब झारखंड मडुआ क्रांति, 32 हजार किसानों के खाते में 15.63 करोड़ रुपये

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 03:38 AM (IST)

    कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने झारखंड मिलेट्स मिशन को झारखंड मडुआ क्रांति के रूप में घोषित किया। राज्य सरकार ने 32 हजार से अधिक किसानों के खाते में ...और पढ़ें

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    फोटो-एक्स

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मिलेट्स मिशन अब झारखंड मडुआ क्रांति के नाम से जाना जाएगा। इसकी घोषणा राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने की है। गांव में मडुआ के उत्पादन को लेकर किसानों का झुकाव और स्वीकार्यता को देखते हुए उक्त निर्णय लिया गया है। पशुपालन निदेशालय के सभागार में झारखंड मिलेट्स मिशन के तहत लाभुकों को प्रोत्साहन राशि हस्तांतरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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    मंत्री ने राज्य के 32 हजार 911 किसानों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से 15 करोड़ 63 लाख 24 हजार 900 रुपये की प्रोत्साहन राशि आनलाइन हस्तांतरित की। साल 2024 - 25 में 18 हजार किसानों को मोटे अनाज की खेती पर प्रोत्साहन राशि का लाभ मिला था।

    मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कृषि विभाग के अधिकारियों को अगला लक्ष्य 60 हजार किसानों को मोटे अनाज की खेती पर प्रोत्साहन राशि देना निर्धारित किया है। पहले 20 हजार हेक्टेयर में मडुआ की खेती की जाती थी। अब बढ़कर एक लाख हेक्टेयर के पार चला गया है। मडुआ की खेती में दूसरे फसल की तुलना में मुनाफा ज्यादा है।

    धान अधिप्राप्ति केंद्र की तरह इन तीन जिलों में खुलेगा मडुआ अधिप्राप्ति केंद्र

    कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि धान अधिप्राप्ति केंद्र की तरह ही मडुआ अधिप्राप्ति केंद्र भी खोला जा रहा है। विभाग ने पहले चरण में गुमला, सिमडेगा और खूंटी जिला को इसके लिए चिह्नित किया है। इन जिलों के 17 लैंप्स-पैक्स केंद्र के जरिए किसानों से मड़ुआ की अधिप्राप्ति की जाएगी। मडुआ का दर बाजार दर के अनुसार ही तय किया जाएगा।

    मडुआ का प्रोडक्ट अस्पताल, स्कूल और आंगनबाड़ी तक पहुंचेगा

    कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि विभाग का उद्देश्य सिर्फ मडुआ का उत्पादन बढ़ाना और किसानों को प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराना ही नहीं है, बल्कि विभाग इन इलाकों में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर मडुआ के प्रोडक्ट को तैयार करना भी है। बाजार में लोगों की मांग के अनुरूप मडुआ के प्रोडक्ट को तैयार किया जाएगा। यह प्रोडक्ट अस्पताल, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंचाने की योजना है। बच्चों को शुरू से ही मोटे अनाज का पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना विभाग का उद्देश्य है। एक समय में मोटे अनाज को गरीबों का भोजन कहा जाता था, लेकिन अब हर वर्ग की थाली का ये पसंदीदा भोजन बन गया है।

    गलत आंकड़ा देने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

    कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने फील्ड में काम करने वाले कृषि विभाग के अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा है कि गलत आंकड़ा देने की शिकायत उन तक पहुंची है, जिसकी जांच हो रही है। अगर जांच के दौरान गलत आंकड़े की पुष्टि हुई तो संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।

    इस मौके पर दुमका के किशोर कुमार मांझी और बुढ़मू के विनोद कुमार मुंडा ने मडुआ की खेती से हो रहे लाभ को किसानों के बीच साझा किया। कार्यक्रम में कृषि निदेशक भोर सिंह यादव, समेति निदेशक विकास कुमार, उद्यान विभाग संयुक्त निदेशक शशि भूषण अग्रवाल, विभागीय अधिकारी सहित किसान मौजूद थे।