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    Jharkhand News: मडुवा की खेती ने किसानों को बनाया स्वावलंबी, सेहत के साथ बदली रामगढ़ की तस्वीर; फायदे जान रह जाएंगे दंग

    By Sanjay MandalEdited By: Shashank Shekhar
    Updated: Mon, 18 Dec 2023 04:19 PM (IST)

    रामगढ़ में मडुवा की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे किसानों की आर्थिक खुशहाली के साथ-साथ जिले से कुपोषण दूर करने में कारगर साबित होगा। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा नई पहल की गई है। पिछले वर्ष रामगढ़ में सौ हेक्टेयर भूमि पर मडुवा की खेती की गई थी। हालांकि इस साल इससे अधिक भूमि पर खेती करेन का लक्ष्य है।

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    मडुवा की खेती ने किसानों को बनाया स्वावलंबी, सेहत के साथ बदली रामगढ़ की तस्वीर; फायदे जान रह जाएंगे दंग

    संवाद सूत्र, मांडू (रामगढ़)। रामगढ़ में कुपोषण दूर करने और किसानों में आर्थिक खुशहाली लाने को लेकर मडुवा खेती को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष मनाने को लेकर जिला अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र मांडू के द्वारा एक नई पहल की जा रही है। इसके अंतर्गत मडुवा खेती को बढ़ावा दिया जा रहा हैं तो वहीं, कुपोषण मुक्त जिला बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

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    केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि बीते साल जिले में 100 हेक्टेयर भूमि पर मडुवा की खेती हुई थी। इस वर्ष इससे भी अधिक 130 हेक्टेयर क्षेत्र में मडुवा की खेती हुई है। इस साल मडुवा को रागी मिशन से जोड़ा गया है। इसके तहत ज्यादा से ज्यादा किसानों को मडुवा की खेती करने के लिए प्रेरित किया गया है।

    मडुवा में कैल्शियम, फाइवर और आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन पोषक तत्वों से कुपोषण की समस्या को दूर किया जा सकता है। वैज्ञानिक डॉक्टर प्रजापति ने बताया कि मडुवा की प्रजाति ए 404 का सफल उत्पादन जिले के वैज्ञानिकों के देख रेख में कराया गया है। एक हेक्टेयर में 20 से 22 क्विंटल मडुवा का उत्पादन हुआ है। रोपाई से की गई मडुवा की खेती का उत्पादन अधिक रहा है।

    उन्होंने बताया कि बाजार में मडवा की मांग बढ़ रही हैं। आटा और बिस्कुट बनाने वाली कंपनियों के द्वारा उत्पादन के बाद तुरंत ही किसानों से मडवा खरीद ली जाती हैं।

    पोषक आहार है मडुवा

    मडुवा में पोषक गुणों का भरमार है। डॉ इंद्रजीत ने बताया कि डाइटिंग के दौरान मडवा आटे का सेवन फायदेमंद है । क्योंकि इसमें फैट की मात्रा कम होने के साथ-साथ एमीनो अम्ल और रेशे की मात्रा अधिक होती है। शुगर रोगियों के लिए शुगर फ्री अनाज है मडुवा।

    इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, प्रोटीन, आयरन, सोडियम, जिंक मैग्नीशियम, आयोडीन, कैरोटीन, एमीनो अम्ल, सोडियम, जिक, मैग्नीशियम, विटामिन बी, वन, बी टू और बी थ्री प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कि मानव के विभिन्न बीमारियों से रक्षा करता है।

    मडुवा की खेती से कुपोषण की समस्या होगी खत्म- डॉ. इंद्रजीत

    जिला कृषि विज्ञान मांडू रामगढ़ के वैज्ञानिक डॉ इंद्रजीत प्रजापति ने कहा कि मड़वा की खेती से जिले के किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगे। वहीं, जिले में कुपोषण को भी खत्म किया जा सकता है। जिले में मड़वा का उत्पादन बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।

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