फाइव स्टार होटल की तरह होगा मदरा मुंडा गेस्ट हाउस का रखरखाव, साल भर में 1 करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार
रांची के राजभवन में मदरा मुंडा गेस्ट हाउस का रखरखाव अब फाइव स्टार होटलों की तरह होगा। सरकार इसकी देखरेख पर सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। राजभवन में वीआईपी मेहमानों के लिए बने इस गेस्ट हाउस की जिम्मेदारी बीवीजी इंडिया लिमिटेड को बिना टेंडर के दी गई है जिसके कर्मचारी देखरेख करेंगे।

आशीष झा, रांची। राजभवन के अतिथियों के लिए बना मदरा मुंडा गेस्ट हाउस का रखरखाव फाइव स्टार होटलों की तर्ज पर होगा। इस बात का अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगा सकते हैं कि नौ कमरे और दो सुइट की देखरेख के लिए राज्य सरकार सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी।
इसके अलावा खान-पान पर खर्च का वहन अलग से किया जाएगा। ज्ञात हो कि राजभवन में पहुंचने वाले वीआईपी अतिथियों के लिए इस गेस्ट हाउस का निर्माण किया गया है। बड़ी बात यह है कि राजभवन में आम तौर पर अतिथियों का आना-जाना कम ही होता है। किसी विशेष मौके पर ही लोग आते हैं।
राज्य सरकार ने प्रदेश में राजभवन के अतिथियों के लिए अलग से गेस्ट हाउस का निर्माण कराया है। यह अतिथिशाला राजभवन के निकट ही मौजूद है। इसकी देखरेख के लिए फाइव स्टार होटलों की तर्ज पर व्यवस्था की जा रही है।
प्रस्ताव कैबिनेट विभाग तक पहुंच चुका है। प्रस्ताव के अनुसार बिना टेंडर किए यह काम बीवीजी इंडिया लिमिटेड को देना है। सेवा क्षेत्र की इस ख्याति प्राप्त कंपनी के जिम्मे देश की कई नामी गिरामी संस्थानों की देखरेख का जिम्मा है।
कंपनी की ओर से गेस्ट हाउस की देखरेख के लिए तीन दर्जन कर्मियों को रखने का प्रस्ताव दिया गया है। इन्हीं कर्मियों को भुगतान देने के एवज में सरकार से राशि की मांग की जा रही है। इसके अलावा इस अतिथिशाला में पहुंचनेवाले लोगों के खानपान के लिए अलग से राशि राज्य सरकार से वसूली जाएगी। ज्ञात हो कि इस गेस्ट हाउस का निर्माण लगभग छह करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।
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