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    रिम्स में मरीजों की मुसीबत, जांच के लिए लंबा इंतजार, अस्पताल परिसर में रात गुजारने को मजबूर

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 12:02 PM (IST)

    रांची के रिम्स अस्पताल में मरीजों को जांच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मरीजों को सात से दस दिन तक की तारीख मिल रही है जिससे उन्हें अस्पताल में ही रुकना पड़ रहा है। धनबाद से आए गौतम मंडल और पलामू से आए विश्वनाथ यादव जैसे कई मरीज जांच के लिए इंतजार कर रहे हैं और अस्पताल परिसर में रहने को मजबूर हैं।

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    रिम्स में जांच के लिए मरीजों को करना पड़ रहा लंबा इंतजार

    जागरण संवाददाता, रांची। राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इनमें सबसे गंभीर समस्या है, जांच के लिए लंबा इंतजार। मरीजों को एक-एक जांच के लिए सात से दस दिनों तक की तारीख दी जा रही है, जिससे वे अस्पताल परिसर में ही रुकने को मजबूर हैं।

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    सुविधाओं की कमी और बढ़ती भीड़ के बीच यह स्थिति और भी कठिन हो गई है। रात के समय रिम्स परिसर में कई मरीज और उनके परिजन चटाई, दरी और प्लास्टिक के बोरे बिछाकर सोते दिखाई देते हैं। खासकर पर्ची काउंटर और जांच डिपार्टमेंट के पास मरीजों की भीड़ बनी रहती है। इलाज की आस में लोग कठिन परिस्थितियों में भी डटे हुए हैं।

    धनबाद से आए गौतम मंडल ने बताया कि उन्हें पेट में पथरी और अपेंडिक्स की आशंका है। डॉ. ने अल्ट्रासाउंड जांच के लिए कहा, लेकिन उन्हें जांच की तारीख 23 सितंबर की दी गई, यानी सात दिन बाद।

    गौतम मंडल ने बताया कि उनके गांव की दूरी रिम्स से लगभग 270 किलोमीटर है, और एक बार आने-जाने में करीब 1000 रुपये प्रति व्यक्ति का खर्च आता है। वे अपनी पत्नी के साथ आए हैं और इतने खर्च में बार-बार घर लौटना संभव नहीं है। मजबूरी में अस्पताल परिसर में ही रुकने का निर्णय लिया है।

    पलामू से आए विश्वनाथ यादव की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उन्होंने बताया कि वे 24 अगस्त को रिम्स पहुंचे थे। गले में जलन की गंभीर समस्या थी, जिससे खाना खाना भी मुश्किल हो गया था। डॉक्टर ने जांच के लिए 15 सितंबर की तारीख दी थी। जांच होने के बाद पूरा दिन रिपोर्ट लेने और उसकी प्रक्रिया में निकल गया।

    अब डॉ. को रिपोर्ट दिखाने के लिए उन्हें रात अस्पताल में रुक कर अगली सुबह तक इंतजार करना होगा। इसके बाद ही इलाज की अगली प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।