कंपटीशन छोड़ आपसी भाईचारगी के साथ रहें
रांची इटकी मोड़ स्थित नवीन डोमन थियोलॉजिकल कॉलेज में बुधवार को आयोजन हुआ।
जागरण संवाददाता, रांची : इटकी मोड़ स्थित नवीन डोमन थियोलॉजिकल कॉलेज में बुधवार को नॉर्थ-वेस्टर्न जीईएल चर्च का शत वर्षीय जुबिली समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। धन्यवादी आराधना की गई। इससे पूर्व सुबह नौ बजे भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्य अतिथि के रूप में जर्मनी में गोस्सनर मिशन के वाइस चेयरमेन डॉ हेलमट , जीईएल चर्च के बिशप दुलार लकड़ा उपस्थित थे। बतौर मुख्य अतिथि डॉ हेलमट क्रिश्चयन ने लोगों को कंपटीशन छोड़ आपसी भाईचारगी के साथ जीवन जीने को कहा। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपसी बैर भाव समाज को पीछे ले जाता है। इस मनोभाव को तत्काल त्याग दें। जहां जिस परिवेश में रहें, मिलजुल कर समाज व देश की तरक्की में भूमिका निभाएं। साथ ही, हर चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि गोस्सनर मिशन जर्मनी द्वारा यहां पर बाइबिल की शिक्षा की दी। अब लोग शिक्षित हो रहे हैं, समझ बढ़ रही है। धर्म का अनुशरण करते हुए इसी तरह तरक्की के मार्ग पर बढ़ते रहें।
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10 जुलाई 1910 को ऑटोनोमस हुआ था चर्च
बिशप दुलार लकड़ा ने जीईएल चर्च के ऑटोनोमस की घोषणा से जुड़े इतिहास पर प्रकाश डाला। बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के समय कलीसिया के सदस्यों ने पादरी हनुक दत्तो लकड़ा के सभापतित्व में शासन का कार्यभार संभाला। आज से सौ वर्ष पूर्व 10 जुलाई 1910 को कलीसिया ऑटोनोमस हो गई थी। कलीसिया की सेंट्रल कमेटी के सदस्यों ने पादरी हनुक दत्तो लकड़ा, पादरी इसाहाक एक्का, पादरी खिस्तोगिरी तिर्की, निर्मल सोय और पीटर हुरद सहित 79 सदस्यों के अगुवाई कार्यभार संभाला था। बिशप ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अशिक्षा और अभाव के बीच प्रभु के कार्य को स्वीकार किया।
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मौके पर ये थे उपस्थित:
रेव्ह अगस्तुस एक्का, मिनिस्टीरियल सचिव रेव्ह निस्तार कुजूर, रेव्ह अमोल आशीष कुजूर, बिशप इमेरितुस, रेव्ह डॉ निर्मल मिंज, रेव्ह पीडीएस तिर्की, रेव्ह निर्दोष लकड़ा, रेव्ह नीलम तिग्गा, अकय झरिया मिंज, सिरिल तिग्गा, प्रेम प्रकाश तिर्की, रेव्ह सुजीत एक्का, रेव्ह सचिव मिंज आदि थे।