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    Jharkhand: अवैध खनन मामले में गिरफ्तार कृष्णा साहा अदालत में पेश, ED को मिली 5 दिन की रिमांड

    By Jagran NewsEdited By: Yashodhan Sharma
    Updated: Fri, 07 Jul 2023 01:26 AM (IST)

    झारखंड में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक दिन पहले गिरफ्तार पंकज मिश्रा के सहयोगी कृष्णा साहा को ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया। यहां से कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से कृष्णा साहा के लिए सात दिनों की रिमांड मांगी थी।

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    अवैध खनन मामले में गिरफ्तार कृष्णा साहा अदालत में पेश, ED को मिली 5 दिन की रिमांड

    राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक दिन पहले गिरफ्तार पंकज मिश्रा के सहयोगी कृष्णा साहा को ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।

    यहां से कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से कृष्णा साहा के लिए सात दिनों की रिमांड मांगी थी, उससे पूछताछ के लिए पांच दिनों की अनुमति मिली है।

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    ईडी अब कृष्णा साहा से शुक्रवार से अगले पांच दिनों तक पूछताछ करेगी। ईडी ने कोर्ट में दाखिल रिमांड आवेदन में बताया है कि कृष्णा कुमार साहा व पंकज मिश्रा के बीच घनिष्ठ संबंध थे।

    कृष्णा और पंकज के बीच संबंध

    साहिबगंज क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन व परिवहन में मदद करने के एवज में कृष्णा कुमार साहा ने पंकज मिश्रा को 30 लाख रुपये नकदी भुगतान किया था। इसके अलावा बैंक खातों में भी दोनों के बीच लेन-देन हुए थे।

    ईडी ने जांच में पाया कि कृष्णा कुमार साहा ने कई बैंक खातों का संचालन किया। ये खाते या तो उसकी कंपनी, फर्म के नाम पर थे या फिर उसके सहयोगियों के नाम पर।

    आरोपी के बैंक खातों के अध्ययन से पता चला कि उसने अपने खातों में 19 करोड़ रुपये से अधिक जमा किये हैं। ये सभी अवैध खनन से जुटाए गए रुपये हैं।

    अनुसंधान के दौरान यह भी साबित हुआ है कि पंकज मिश्रा व कृष्णा कुमार साहा के बीच घनिष्ठ संबंध थे। पंकज मिश्रा व कृष्णा कुमार साहा के बीच बैंक खातों में रुपयों के स्थानांतरण की भी पुष्टि हुई है।

    कृष्णा कुमार साहा ने पंकज मिश्रा के खाते में 26 मार्च 2021 को पांच लाख व 29 मार्च 2021 को पांच लाख रुपये स्थानांतरित किए थे।

    पूर्व में लिए गए बयान के अनुसार कृष्णा कुमार साहा को साहिबगंज में अवैध खनन के अपने व्यवसाय को चलाने के एवज में पंकज मिश्रा को 25 से 30 लाख रुपये नकदी देने पड़े थे।

    खनन कर लिए थे 12.60 एकड़ से भी अधिक

    ईडी ने अनुसंधान के दौरान संयुक्त रूप से गत वर्ष 25 जुलाई से 29 जुलाई तक खदान का सत्यापन किया था, जिसमें अवैध खनन की पुष्टि हुई थी।

    खदान के सत्यापन के दौरान यह स्पष्ट हुआ था कि कृष्णा कुमार साहा को चापांडे मौजा में कुल 6.13 एकड़ खनन की अनुमति थी।

    यह खदान उन्हें दो अप्रैल 2015 से एक अप्रैल 2025 तक के लिए आवंटित किया गया था। छानबीन में पता चला कि कृष्णा कुमार साहा ने अपने लीज एरिया से अधिक का खनन कर लिया है।

    लीज 6.13 एकड़ का था और उसने 12.60 एकड़ से अधिक का खनन कर लिया था। इधर, गत एक जुलाई की रात उसी खदान में दो मजदूरों की दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले में कृष्णा कमार साहा व अन्य के विरुद्ध रांगा थाने में दो जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

    इस तरह हुआ अवैध खनन का खुलासा

    ईडी ने बड़हरवा टेंडर विवाद में 22 जून 2020 को दर्ज बड़हरवा थाना कांड संख्या 85/2020 के आधार पर आठ मार्च 2022 को ईसीआइआर 03/2022 दर्ज किया था।

    यह केस पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध दर्ज है, जिसे शंभू नंदन कुमार ने दर्ज कराया था। बड़हरवा टाल के टेंडर में विवाद, मारपीट व धमकी मामले में यह केस कराया गया था।

    ईडी ने छानबीन में पाया कि पंकज मिश्रा व अन्य चाहते थे कि सभी टाल पर उनका नियंत्रण हो, ताकि वे आसानी से अपने अवैध पत्थर खनन के धंधे की निगरानी कर सकें। इस इलाके से बिहार व बंगाल के अधिसंख्य ठिकानों पर पत्थर की सप्लाई होती थी।

    पंकज मिश्रा सीधी तौर पर अवैध खनन को संचालित कर रहा था। वैसे अवैध खनन के पत्थर की ढुलाई में उसे कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल भगत, विष्णु कुमार यादव व अन्य सहयोग करते थे।

    एनजीटी ने भी लिया था संज्ञान

    ईडी ने विशेष अदालत को बताया है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भी साहिबगंज क्षेत्र में अवैध खनन पर संज्ञान लिया था कि किस तरह अवैध खनन वहां के पर्यावरण को प्रभावित कर रहा है।

    एनजीटी नई दिल्ली के प्रिंसिपल बेंच ने सैय्यद अरशद नसर बनाम यूनियन आफ इंडिया व अन्य में इसका जिक्र किया था।

    रिपोर्ट के अनुसार उक्त क्षेत्र में विभिन्न व्यक्तियों के विरुद्ध अवैध खनन, स्टोरेज व परिवहन मामले में कुल 125 कांड दर्ज हैं। ईडी ने अवैध खनन व परिवहन से संबंधित 50 कांडों की पहचान की।

    इन सभी 50 कांडों को ईडी ने बड़हरवा वाले अपने केस के साथ जोड़ दिया। इसी केस में कृष्णा कुमार साहा के खदान में दो मजदूरों की मौत मामले में साहिबगंज के रांगा थाने में दो जुलाई 2023 को दर्ज कांड संख्या 65/2023 को भी ईडी ने अपने केस में जोड़ लिया है। यह केस कृष्णा कुमार साहा व अन्य के विरुद्ध दर्ज है।

    पूर्व में भी दाखिल हो चुकी है चार्जशीट

    अनुसंधान के दौरान ईडी ने अवैध खनन के तीन आरोपित पंकज मिश्रा, बच्चू यादव व प्रेम प्रकाश को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तीनों के विरुद्ध ईडी ने गत वर्ष 16 सितंबर 2022 को चार्जशीट दाखिल कर दी थी।

    इसी बीच दाहू यादव के पिता पशुपति यादव को भी झारखंड पुलिस ने ईडी कोर्ट से जारी गैर जमानतीय वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसपर ईडी ने 19 जून 2023 को पूरक आरोप पत्र दाखिल किया था।