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जानें कौन हैं प्रफुल्ल कुमार...जिन्होंने नागपुरी भाषा के लिए अपना जीवन समर्पित किया...

प्रफुल्ल कुमार राय द्वारा साहित्य की रचना की गई और उनके ही संघर्ष द्वारा नागपुरी भाषा इतने मजबूती के साथ खड़ा किया गया। इसी के कारण बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में छात्र-छात्रा शिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। जेएसएससी जेपीएससी जैसी संस्थाओं में प्रतियोगिता परीक्षा में नागपुरी भाषा को शामिल किया गया है।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Tue, 08 Feb 2022 04:57 PM (IST)Updated: Tue, 08 Feb 2022 04:57 PM (IST)
श्याम प्रसाद मुखर्जी विवि में मनाई गई प्रफुल्ल कुमार राय का जयंती

रांची, जासं। नागपुरी भाषा विभाग, डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में प्रफुल्ल कुमार राय का जयंती मनाया गया। इस समारोह में मुख्य रूप से लुप्त प्राय भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अभय सागर मिंज, नागपुरी भाषा विभाग के सहायक प्रोफेसर युगेश कुमार महतो, मालती वागीशा लकड़ा, मनोज कच्छप जी की उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का संचालन विभाग के छात्र संजय कुमार साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर तथा प्रफुल्ल जी की के चित्र पर पुष्पा अर्पित कर श्रद्धांजलि देकर शुरुआत की गई।

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प्रफुल्ल जी के जीवन की हुई व्याख्या

कार्यक्रम में विभाग की छात्रा माया कुमारी के द्वारा प्रफुल्ल जी की जीवन चरित्र पर विस्तार रूप से जीवनी का व्याख्या प्रस्तुत किए। श्रवण गोप द्वारा सुंदर नागपुरी गीत प्रस्तुति किया गया। कार्यक्रम में आशीर्वचन के रूप में मालती वागीशा लाकड़ा के द्वारा कहा गया कि हमें प्रफुल्ल कुमार राय की जयंती मनाने के साथ उनके जीवन के बताएं रास्तों पर चलना चाहिए। जिससे उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी । साथ ही झारखंड आंदोलनकारी लाल विजय रन नाथ शाहदेव को भी याद किए साथी उनके रचनाओं को छात्रों के बीच प्रस्तुत किए।उसके बाद मनोज कच्छप के द्वारा कहा गया कि आने वाले समय में सभी नागपुरी साहित्यकार तथा झारखंड के वीर शहीदों का जयंती इसी प्रकार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।

प्रफुल्ल कुमार ने नागपुरी भाषा को मजबूत किया

युगेश कुमार महतो द्वारा कहा गया कि जिस प्रकार प्रफुल्ल कुमार राय द्वारा साहित्य की रचना की गई और उनके ही संघर्ष द्वारा नागपुरी भाषा इतने मजबूती के साथ खड़ा किया गया। इसी के कारण बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में छात्र-छात्रा शिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। जेएसएससी जेपीएससी जैसी संस्थाओं में प्रतियोगिता परीक्षा में नागपुरी भाषा को शामिल किया गया है। इसके साथ साथ पूरे देश विदेश में नागपुरी एक अलग पहचान बना रही है। अभी के समय अनुसार छात्रों को और विस्तृत रूप से नागपुरी को पढ़ने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में नागपुरी फिल्म डायरेक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि नागपुरी पढ़ने लिखने के साथ ही नागपुरी को लेकर अनेक संभावनाएं विधमन है। नागपुरी फिल्म में नागपुरी अपना अलग छाप बनाते हुए आगे बढ़ रही है।


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