'चुनाव करीब देख आई मणिपुर की याद', सुप्रियो भट्टाचार्य ने पीएम नरेंद्र मोदी पर कसा तंज
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने प्रधानमंत्री मोदी के मणिपुर दौरे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें राज्य की याद चुनावों के नजदीक आने पर आई। पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने हिंसा मौतों और राहत शिविरों में रहने वाले लोगों की दुर्दशा का जिक्र किया। उन्होंने भाजपा पर समाज को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया।

राज्य ब्यूरो, रांची। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मणिपुर दौरे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने जोरदार हमला बोला है।
पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मणिपुर पिछले 29 महीनों से हिंसा की आग में झुलस रहा था। इस दौरान 260 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों घर जल गए और कुकी-मतेई समुदायों के बीच जातीय टकराव ने असंख्य जिंदगियां बर्बाद कर दीं।
60,000 से ज्यादा लोग राहत शिविरों में जी रहे हैं। लेकिन 44 देशों की 1.70 लाख किलोमीटर यात्रा करने वाले प्रधानमंत्री को दिल्ली से इम्फाल की मात्र 1700 किलोमीटर दूरी तय करने में 870 दिन लग गए। दो साल बाद अचानक मणिपुर की याद कैसे आई?
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि बिहार के बाद मणिपुर में भी चुनाव नजदीक हैं, इसलिए प्रधानमंत्री वहां पहुंचे और वोट हासिल करने के लिए घोषणाएं कर रहे हैं। मणिपुर जलता रहा, प्रधानमंत्री और उनके मंत्री विदेशी दौरों में मशगूल रहे।
अब चुनावी मौसम में झूठी सहानुभूति दिखाकर वोटबैंक साधने की कोशिश हो रही है। भाजपा के कई विधायक और मंत्री राज्य को बांटने की बातें करते हैं। उनकी राजनीति समाज को विखंडित करने वाली है।
हमारा झारखंड आदिवासी बहुल प्रदेश है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सभी समुदायों को साथ लेकर विकास कर रहे हैं। भट्टाचार्य ने असम में प्रधानमंत्री के उस बयान पर भी तंज कसा, जिसमें उन्होंने खुद को शिवभक्त बताते हुए कहा था कि वे जहर पी रहे हैं। उन्होंने व्यंग्य किया कि प्रधानमंत्री देश के लिए नहीं, अपने मित्रों के लिए जहर पी रहे हैं।
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