Jharkhand weather: लुढ़क रहा पारा, बढ़ी कनकनी, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी - ये जरूरी सामान घर में कर लें उपलब्ध
झारखंड में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे कनकनी में इजाफा हुआ है। प्रशासन ने शीतलहर को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों को ठंड से बचाव के लिए जरूरी सामान घर में रखने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखने को कहा गया है।

राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
जागरण टीम, रांची/सिमडेगा । राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में ठंड का असर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सिमडेगा जिले में शीत लहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखने के साथ-साथ अपने घरों में जरूरी सामान उपलब्ध रखने के एडवाइजरी जारी की है।
रांची समेत सभी 24 जिलों में कनकनी बढ़ गई है और न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। रांची में न्यूनतम तापमान दो डिग्री की गिरावट के साथ 11.1 डिग्री से घटकर 9.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखने की जरूरत है।
वहीं, जमशेदपुर में तापमान 13.5 से गिरकर 11.6 डिग्री, डालटनगंज में 10.2 से घटकर 8.2 डिग्री, बोकारो में 13.8 से घटकर 9.1 डिग्री और चाईबासा में 13.8 से कम होकर 11.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। बता दें कि उत्तर पश्चिमी दिशा से आ रही ठंडी हवा ने तापमान गिरा दिया है।
राजधानी में अहले सुबह और देर रात कनकनी का असर कुछ अधिक ही बढ़ जाता है। जिस कारण रात में लोगों की आवाजाही भी सड़कों पर कम हो गई है। वहीं, सुबह में ओरमांझी स्थित चुटुपालु घाटी में भी घना कोहरा या धुंध का असर देखने को मिल रहा है।
अगले चार दिनों में मिल सकती है कुछ राहत
मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान में बताया गया है कि राज्य में अगले 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले चार दिनों तक यानी 28, 29, 30 और 1 दिसंबर को तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। जिससे ठंड से कुछ राहत मिलने की संभावना है।
वहीं, पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मौसम शुष्क बना रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस चाईबासा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस खूंटी का रिकार्ड किया गया।
राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में दिनभर पछुआ हवाएं चलने से ठंड और बढ़ गई है। सर्द हवा और कनकनी के कारण लोग सुबह से स्वेटर, जैकेट, मफलर, टोपी और ग्लब्स पहनकर बाहर निकल रहे हैं। वहीं ठंड के कारण बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है।
सिमडेगा प्रशासन ने शीत लहर को ले जारी की एडवाइजरी
सिमडेगा जिले में शीत लहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। प्रशासन ने कहा है कि कड़ाके की ठंड के दौरान बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए लोगों को मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखने के साथ-साथ अपने घरों में जरूरी सामान उपलब्ध रखना चाहिए।
प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में बताया गया है कि नागरिक गर्म कपड़े, फल-सब्जियां, आवश्यक दवाइयां, पानी, ईंधन, बैटरी, चार्जर और इमरजेंसी लाइट आदि पहले से जुटा कर रखें,ताकि आपात स्थिति में किसी प्रकार की असुविधा न हो। सर्दी-खांसी, जुकाम या फ्लू चलने की स्थिति में तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता या चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
अल्प तापवस्था (हाइपोथर्मिया) के लक्षण,जैसे लगातार कांपना, शरीर का सामान्य से कम तापमान, भ्रम, बेहोशी या जबान लड़खड़ाना के दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने का अनुरोध किया गया है। बाहर निकलने पर पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने की सलाह देते हुए अधिकारियों ने कहा कि चुस्त कपड़ों से रक्त संचार प्रभावित हो सकता है,इसलिए ढीले-ढाले सूती कपड़े बाहर-ऊनी कपड़े अंदर पहनना अधिक लाभकारी है।
अत्यावश्यक स्थिति को छोड़कर बाहर निकलने से बचें और कोविड-19 व अन्य संक्रमणों से बचाव के लिए मास्क का उपयोग जारी रखें। प्रशासन ने नागरिकों को अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन-सी युक्त फल-सब्जियों और गर्म तरल पदार्थों को आहार में शामिल करने की सलाह दी है। आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे शीत लहर से बचाव संबंधी जानकारी हर घर तक पहुंचाएं और जागरूकता अभियान को व्यापक रूप दें।

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