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    JTET Niyamawali 2025: इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्र भी दे सकेंगे जेटेट, नियुक्त हो सकेंगे शिक्षक

    Updated: Tue, 10 Jun 2025 07:00 AM (IST)

    अब इंजीनियरिंग एग्रीकल्चर और मैनेजमेंट जैसे विषयों के ग्रेजुएट भी झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) में शामिल हो सकेंगे। स्कूली शिक्षा विभाग ने जेटेट नियमावली 2025 में यह प्रावधान किया है जिसके तहत वे सहायक आचार्य के पद पर नियुक्त हो सकेंगे अगर वे अन्य योग्यताएं पूरी करते हैं। जेटेट परीक्षा विशेष सहायक आचार्य नियुक्ति के लिए भी होगी और जेटेट सर्टिफिकेट की मान्यता आजीवन रहेगी।

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    इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्र भी दे सकेंगे जेटेट, नियुक्त हो सकेंगे शिक्षक

    राज्य ब्यूरो, रांची। अब इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी आदि विषयों में स्नातक उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं भी झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) में सम्मिलित हो सकेंगे। साथ ही प्रारंभिक विद्यालयों में सहायक आचार्य के पर नियुक्त हो सकेंगे, बशर्त वे अन्य आवश्यक अर्हता भी रखते हों।

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    स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली, 2025 में इसका प्रविधान किया गया है। विभाग ने इस नियमावली के प्रारूप पर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों से सुझाव मांगे हैं।

    प्रस्तावित नियमावली में कहा गया है कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों अर्थात कक्षा छह से आठ के लिए गणित एवं विज्ञान विषय में सहायक आचार्य के लिए आयोजित होनेवाली पात्रता परीक्षा में स्नातक के अलावा इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, एग्रीकल्चर आदि में न्यूनतम तीन वर्षीय स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी सम्मिलित हो सकेंगे।

    इसके लिए उन्हें 12वीं स्तर पर गणित, भौतिकी, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान में किसी दो विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। इसी तरह, सामाजिक विज्ञान शिक्षक को लेकर होनेवाली पात्रता परीक्षा में वाणिज्य, प्रबंधन आदि विषयों में स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी पात्र होंगे।

    इधर, इस बार जेटेट परीक्षा विशेष सहायक आचार्य नियुक्ति के लिए भी आयोजित की जाएगी। नियमावली में इसके लिए भी आवश्यक अर्हता निर्धारित कर दी गई है।

    प्रस्तावित नियमावली में यह भी उल्लेख किया गया है कि जेटेट के प्राप्तांकों में सुधार के लिए अभ्यर्थी चाहे जितनी बार भी परीक्षा दे सकेंगे। बता दें कि जेटेट उत्तीर्ण होने के प्रमाणपत्र की मान्यता आजीवन होगी। यह उनपर भी लागू होगा जो वर्ष 2013 और 2016 में जेटेट उत्तीर्ण हुए हैं।

    पूछे जाएंगे मैट्रिक और 12वीं स्तर के प्रश्न

    जेटेट उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इसमें आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह छूट आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थी को नहीं मिलेगी।

    प्रस्तावित नियमानुसार के अनुसार, कक्षा एक से पांच के लिए होनेवाली पात्रता परीक्षा में एक से पांच के सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे। हालांकि प्रश्न की कठिनाई का स्तर मैट्रिक स्तर का होगा।

    इसी तरह, छह से आठ के लिए होनेवाली पात्रता परीक्षा में छह से आठ के सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें कठिनाई का स्तर 12वीं होगा।