Jharkhand News: अगले वर्ष सत्र शुरू होते ही मिलेगीं किताबें, बैग और नोट्स बुक
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सरकारी स्कूलों के लिए पाठ्य-पुस्तकों, नोट्स बुक और स्कूल बैग की आपूर्ति हेतु निविदा प्रक्रिया शुरू की है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें और अन्य सामग्री प्रदान की जाएगी। परिषद ने बैग के रंग और मानकों का निर्धारण किया है, जिसके अनुसार विभिन्न कक्षाओं के छात्रों को अलग-अलग रंग के बैग मिलेंगे।

सरकारी स्कूलों के लिए पाठ्य-पुस्तक, नोट्स बुक और स्कूल बैग की आपूर्ति के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
राज्य ब्यूरो, रांची । राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को अगले वर्ष शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही पाठ्य-पुस्तकें, नोट्स बुक मिल जाएंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने पाठ्य-पुस्तकों के प्रकाशन, नोट्स बुक तथा बैग की आपूर्ति के लिए अलग-अलग टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कार्य आदेश जारी होने के तीन माह के भीतर संबंधित प्रकाशक और एजेंसी को इन चीजों की आपूर्ति प्रखंडों में स्थापित बीआरसी केंद्रों पर की जाएगी। राज्य सरकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठ तथा राज्य बजट से नौवीं से 12वीं के बच्चों को निश्शुल्क पाठ्य पुस्तक देती है।
इसी तरह, राज्य सरकार द्वारा संचालित विद्यालय किट योजना के तहत पहली से 12वीं कक्षा के बच्चों को नोट्स बुक तथा पहली से आठवीं के बच्चों को स्कूल बैग उपलब्ध कराए जाते हैं।
बताते चलें कि राज्य सरकार ने इस बार पाठ्य-पुस्तकों के प्रकाशन के लिए टेंडर मंगाने की जिम्मेदारी एक बार फिर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को दी है। इससे पहले इसकी जिम्मेदारी जेसीईआरटी को दी गई थी।
स्कूल बैग का रंग और मानक तय
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूल बैग के लिए रंग और अन्य मानकें तय कर दी हैं। इसके तहत पहली से दूसरी कक्षा के बच्चों को गुलाबी, तीसरी से पांचवीं कक्षा के बच्चों को आसमानी तथा छठी से आठवीं के बच्चों को गहरा नीला रंग के स्कूल बैग उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्कूल बैग पर झारखंड सरकार का लोगो रहेगा तथा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा निश्शुल्क वितरित लिखा रहेगा। कुल 36,40,251 बच्चों को स्कूल बैग उपलब्ध कराएं जाएंगे। इनमें कक्षा पहली एवं दूसरी के 8,03,668, तीसरी से पांचवीं के 15,24,318 तथा छठी से आठवीं के 13,12,265 बच्चे सम्मिलित हैं।

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