Jharkhand: आजसू ने जिला मुख्यालयों में निकाला न्याय मार्च, मांगों को लेकर DC के जरिए सरकार को सौंपा ज्ञापन
आजसू पार्टी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को हेमंत सरकार की नीतियों के विरोध और सात सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों में सामाजिक न्याय मार्च निकाला। मांगों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने समाहरणालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

राज्य ब्यूरो, रांची: आजसू पार्टी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को हेमंत सरकार की नीतियों के विरोध और सात सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों में सामाजिक न्याय मार्च निकाला। मांगों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने समाहरणालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
डीसी के माध्यम से सरकार को सौंपा ज्ञापन
पार्टी नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर उपायुक्तों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपा। राजधानी रांची में मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से यह मार्च निकला, जिसमें झंडे-बैनर के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।
सुदेश महतो ने सरकार पर वादे पूरे न करने का लगाया आरोप
रांची में आयोजित न्याय मार्च में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने आरोप लगाया कि सरकार झारखंड को सामाजिक और राजनीतिक रूप से कमजोर एवं आर्थिक रूप से खोखला बना रही है। उन्होंने राज्य सरकार से वर्तमान वित्तीय स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि सवा तीन साल में इस सरकार ने कायदे से एक भी वादे पूरे नहीं किए। राज्य में भ्रष्टाचार और अपराध का बोलबाला है।
क्या हैं आजसू के मुद्दे
पार्टी ने जिन सात मांगों पर न्याय मार्च निकाला, उनमें खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति लागू करने, जातीय जनगणना एवं पिछड़ों को आबादी अनुसार आरक्षण सुनिश्चित करने, पूर्व में जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थी, उन्हें फिर से अनुसूचित जनजाति में शामिल करने, सरना धर्म कोड लागू करने, बेरोजगारों को रोजगार देने तथा झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान देने सम्मिलित हैं।
पार्टी के बड़े नेता हुए शामिल
रांची में आयोजित न्याय मार्च में मुख्य रूप से पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, उपाध्यक्ष हसन अंसारी, केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता, जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत, उपाध्यक्ष बीणा चौधरी, हटिया विधानसभा प्रभारी भरत काशी, खिजरी विधानसभा प्रभारी प्रकाश लकड़ा आदि शामिल हुए।

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