Jharkhand Police Transfer: झारखंड पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, 289 जवानों और अधिकारियों का तबादला
झारखंड पुलिस ने 289 जवानों और अधिकारियों को चाईबासा स्थानांतरित किया है। इनमें सिपाही से लेकर पुलिस निरीक्षक स्तर तक के कर्मी शामिल हैं। यह तबादला डीजीपी अनुराग गुप्ता की पहल पर हुआ है जिसका उद्देश्य नक्सल विरोधी अभियान को मजबूत करना है। गृह जिले के होने के कारण ये जवान स्थानीय लोगों को मुख्यधारा में लाने में सहायक होंगे।

राज्य ब्यूरो, रांची। भाषा से भूगोल तक की जानकारी रखने वाले 289 जवान और अधिकारी चाईबासा स्थानांतरित हो गए हैं। ये सभी सिपाही से पुलिस निरीक्षक स्तर तक के हैं। ये वही जवान-अधिकारी हैं, जिन्होंने चाईबासा जिला में स्थानांतरित किए जाने की इच्छा जताई थी।
इनमें 247 जवान और अधिकारियों का गृह जिला चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम है। चाईबासा स्थानांतरित होने वाले अन्य 42 जवानों-अधिकारियों का गृह जिला पश्चिमी सिंहभूम से सटे आस-पड़ोस के जिले पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, खूंटी और रांची आदि है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता की पहल पर यह स्थानांतरण-पदस्थापन हुआ है। उन्होंने यह ऑफर दिया था कि जो भी अधिकारी जवान पश्चिमी सिंहभूम जिला में जाना चाहते हैं और जो वहां पर लंबे समय से पदस्थापन के बाद दूसरे जिला-इकाइयों में जाना चाहते हैं, वे अपनी इच्छा जताएं।
उनके मनोनयन के बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर पर आगे की कार्रवाई होगी। इसके बाद जवानों-अधिकारियों ने अपनी इच्छा जताई और उनका स्थानांतरण हुआ।
इस स्थानांतरण और पदस्थापन के पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि गृह जिला चाईबासा वाले जवानों-अधिकारियों को वहां के भूगोल और भाषा की बेहतर समझ है।
वे अपने बीच के भटके हुए लोगों को समझाकर मुख्य धारा से जोड़ने में सहायक साबित हो सकते हैं। उनके चाईबासा में योगदान के बाद नक्सल विरोधी अभियान को और धार मिलेगी।
248 जवान-अधिकारी चाईबासा से दूसरे जिले में स्थानांतरित
राज्य के 248 जवान-अधिकारी चाईबासा से दूसरे जिला-इकाइयों में स्थानांतरित हुए हैं। ये जवान-अधिकारी लंबे समय से चाईबासा जिला बल में पदस्थापित थे।
इन अधिकारियों-जवानों ने स्थानांतरण के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन दिया था। पुलिस मुख्यालय ने उनके आवेदनों पर विचार किया और उसके बाद स्थानांतरण के संबंध में निर्णय लिया।
सारंडा क्षेत्र में नए जवानों की गतिविधियां बढ़ी, अंतिम लड़ाई को पुलिस तैयार
झारखंड पुलिस का सारंडा क्षेत्र में चल रहे ऑपरेशन क्लीन को धारदार बनाने की तैयारी जोरों पर है। वहां नए जवानों की गतिविधियां बढ़ा दी गई है। इस अभियान में झारखंड जगुआर, चाईबासा जिला बल के अलावा कोबरा और सीआरपीएफ की विभिन्न बटालियन के जवान शामिल किए गए हैं।
पिछले दिनों बोकारो में नक्सलियों के विरुद्ध सफल अभियान चलाने वाले जवानों को भी चाईबासा में लगा दिया गया है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने भी नक्सलियों को चेतावनी दे रखी है कि वे सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर मुख्य धारा से जुड़ें नहीं तो उनका खात्मा निश्चित है। अभियान में शामिल जवान बरसात के पूर्व सारंडा से नक्सलियों का सफाया कर देंगे।
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