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    Jharkhand News: नक्सल इलाकों के सुरक्षा कैंपों की होगी समीक्षा, बदल सकता है पुलिसकर्मियों का लोकेशन

    झारखंड पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा शिविरों की समीक्षा करेगी। जिन इलाकों से नक्सलियों का सफाया हो चुका है वहां से शिविरों को नक्सल क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खाली किए गए क्षेत्रों में फिर से नक्सली गतिविधियां शुरू न हों। समीक्षा के बाद ही शिविरों को स्थानांतरित किया जाएगा।

    By Dilip Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 22 Feb 2025 07:58 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड पुलिस नक्सल क्षेत्रों के सुरक्षा कैंपों की समीक्षा करेगी। जहां से नक्सलियों का सफाया हो चुका है, वहां के सुरक्षा कैंप नक्सल क्षेत्रों में शिफ्ट होंगे।

    समीक्षा में इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि अगर वहां से कैंप शिफ्ट हुआ तो कहीं फिर से उस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियां न शुरू हो जाए। इन सभी बिंदुओं पर समीक्षा के बाद ही सुरक्षा कैंप को शिफ्ट किया जाएगा।

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    वर्तमान में राज्य में नक्सली अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहे हैं। नक्सलियों के लिए कुख्यात रहा बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र नक्सलियों से खाली हो चुका है।

    लातेहार-लोहरदगा सीमा पर स्थित बुलबुल जंगल भी लगभग नक्सल मुक्त हो चुका है। सरायकेला-खरसांवा, खूंटी व पश्चिमी सिंहभूम के ट्राई जंक्शन क्षेत्र में भी अब नक्सली नहीं हैं।

    इसके बावजूद नक्सलियों से खाली हो चुके क्षेत्रों में केंद्रीय बलों, झारखंड जगुआर के जवानों के कैंप संचालित हैं। इन सभी कैंपों की पुलिस मुख्यालय समीक्षा करेगा। जहां जरूरत नहीं होगी, वहां से कैंप हटेंगे।

    सुरक्षा बलों ने पश्चिमी सिंहभूम में झोंकी है ताकत

    नक्सलियों से अंतिम लड़ाई अब सिर्फ पश्चिमी सिंहभूम में जारी है। सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र में अपनी ताकत झाेंक दी है।

    इन्हीं क्षेत्रों में माओवादियों के बड़े नेताओं के होने की सूचना है, जिनमें एक करोड़, 25 लाख, 15 लाख व 10 लाख के सभी बड़े नक्सली छुपे हुए हैं। लगातार आइइडी की बरामदगी हो रही है।

    पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा क्षेत्र में चाईबासा पुलिस के अलावा सीआरपीएफ की 60, 197, 174, 193, 134 व 26 बटालियन, कोबरा 209 बटालियन व झारखंड जगुआर के जवान नक्सलियों के विरुद्ध लगातार अभियान चला रहे हैं।

    297 नक्सलियों की गिरफ्तारी की, 34 को मुठभेड़ में मार गिराया

    • झारखंड जगुआर के आइजी अनूप बिरथरे ने कहा कि 17 वर्षों के सफर में झारखंड जगुआर ने 297 नक्सलियों की गिरफ्तारी की। इस दौरान विभिन्न अभियानों के दौरान 34 कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।
    • झारखंड जगुआर के पदाधिकारियों व कर्मियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अब तक दो अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 07 उत्कृष्ट सेवा पदक, सराहनीय सेवा के लिए 56 पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
    • इसके अलावा, विशिष्ट सेवा के लिए 02 राष्ट्रपति पुलिस पदक, वीरता के लिए 17 राष्ट्रपति पुलिस पदक, 54 आंतरिक सुरक्षा सेवा पदक, वीरता के लिए 76 झारखंड मुख्यमंत्री पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
    • सराहनीय सेवा के लिए 63 झारखंड पुलिस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए 03 झारखंड राज्यपाल पदक तथा 04 केन्द्रीय गृहमंत्री विशिष्ट आपरेशन पदक से सम्मानित किया जा चुका है।

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