Jharkhand:बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह जिला निबंधक पर लगाया दस्तावजों से छेड़छाड़ का आरोप, मुख्यसचिव को लिखा पत्र
भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह जिला निबंधक के कामकाज की जांच कराने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। उन्होंने निबंधक के खिलाफ जांच कराने की मांग करते हुए अनुरोध किया है कि जांच पूरी होने तक इन्हें निलंबित किया जाए।
राज्य ब्यूरो, रांची: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह के जिला निबंधक के कामकाज की जांच कराने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र भेजा है।
पत्र में उन्होंने गिरिडीह के किशन कुमार सिन्हा और इंद्रजीत यादव से प्राप्त आवेदन का हवाला देते हुए कहा है कि सहदेव मेहरा, तत्कालीन जिला अवर निबंधक, रांची संजीवनी बिल्डकान जमीन घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक थे।
क्या हैं भाजपा नेता के आरोप
मरांडी ने आरोप लगाया है कि इन्होंने निबंधक पद पर रहते हुए जमीन माफियाओं को गलत तरीके से जमीन के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर संजीवनी बिल्डकान को फायदा पहुंचाया है।
इसके अलावा सैकड़ों लोगों द्वारा जमीन खरीदने के लिए जमा की गई राशि को हड़प लिया है। इसकी जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में सहदेव मेहरा जेल भी गए और अभी जमानत पर हैं।
ऑफिस को लूट का अड्डा बनाने का लगाया आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पद पर रहते हुए रजिस्ट्री ऑफिस को उन्होंने लूट का अड्डा बना दिया था और करोड़ों की संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की है। ये जिला निबंधक, गिरिडीह के पद पर पिछले ढ़ाई वर्षों से काबिज हैं।
जमीन रजिस्ट्रेशन के लिए मोटी कमीशन लेने का आरोप
पीड़ितों ने बताया कि बगैर मोटा कमीशन लिए ये किसी की भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं करते हैं। आवेदक किशन कुमार सिन्हा एवं इन्द्रजीत यादव से जमीन निबंधन के एवज में एक लाख रूपये घूस मांगा था।
घूस देने से इनकार करने पर एससी/एसटी एक्ट में फंसाने की दी थी धमकी
घूस देने से इनकार करने पर उन्होंने कार्यालय से धक्का देकर निकाल दिया और एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी। इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी है। आजतक उनकी जमीन का निबंधन नहीं हुआ है।
पूर्व सीएम ने निलबंन का किया अनुरोध
उन्होंने निबंधक के खिलाफ जांच कराने की मांग करते हुए अनुरोध किया है कि जांच पूरी होने तक इन्हें निलंबित किया जाए।