Jharkhand News: हिट एंड रन मामले के 40 लाख रुपए लैप्स, जागरूकता के अभाव में परिजन नहीं करते हैं आवेदन; यहां करें Apply
Jharkhand News झारखंड में हिट एंड रन मामलों में मृतक के परिजनों को पैसा बिना मिले ही 40 लाख रुपए लैप्स कर गया। जागरूकता के अभाव में परिजन आवेदन नहीं करते हैं। हिट एंड रन मामले में मृतक के परिजनों को रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट में आवेदन जमा करना पड़ता है।

रांची, [शक्ति सिंह]। Jharkhand News झारखंड में हिट एंड रन मामलों में मृतक के परिजनों को पैसा बिना मिले ही 40 लाख रुपए लैप्स कर गया। जबकि हिट एंड रन मामले में मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये देने का प्रावधान है। एक अप्रैल से मुआवजा की राशि को 25 हजार से बढ़ाकर दो लाख कर दिया है। इसके बावजूद पांच सालों में सिर्फ 20 मामलों में ही लोगों को मुआवजा दिया गया है। 2021 में 13 मामलों में परिजनों को मुआवजा मिला। इन 13 मामलों में 925000 रुपए का भुगतान किया गया।
ना के बराबर डिपार्टमेंट को मिलता है आवेदन
बीते पांच सालों में 563 मामले ऐसे हैं, जो हिट एंड रन केस के दायरे में आए हैं। मगर परिजनों द्वारा रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट को आवेदन न के बराबर मिला। यानी एक प्रतिशत भी आवेदन नहीं मिला है।
जागरूकता के अभाव में लोग नहीं करते हैं आवेदन
जागरूकता के अभाव में पीड़ित के परिजनों को मुआवजा नहीं मिल पाता है। जबकि कई मामलों में सड़क दुर्घटना होने की स्थिति में कई दफा स्थानीय लोगों द्वारा मुआवजा की मांग को लेकर सड़कों को जाम कर दिया जाता है। हालांकि जागरूकता को लेकर अब रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा स्कूलों में विद्यार्थियों को और विभिन्न मोहल्लों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हिट एंड रन संबंधित मामलों की जानकारी दे रहे हैं।
हर वर्ष आते हैं हिट एंड रन के 500 मामले
हर वर्ष राशि देने लगभग 500 की संख्या में हिट एंड रन के मामले आते हैं, मगर हिट एंड रन को लेकर गिने चुने मामले ही रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट को मिलते हैं।
रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट में जमा करें आवेदन
हिट एंड रन मामले में मृतक के परिजनों को मृतक का पोस्टमार्टम, प्राथमिकी , पारिवारिक सूची, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज को जमा करना पड़ता है, जिसे रोड सेफ्टी डिपार्टमेंट में जमा करना पड़ता है।
सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों से जागरूकता फैलाने का किया गया आग्रह
सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों से आग्रह किया गया है कि वह अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों का आवेदन कराएं और उन्हें जागरूक करने के दिशा में सहयोग करें, ताकि मृतक के परिजनों को इसका लाभ मिल सके । सांसद और राज्य सभा सांसद, विधायक भी इसके मेंबर हैं। हिट एंड रन में उनसे सहयोग मांगा गया है।

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