IMD Monsoon Update: झारखंड में बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन असर, राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश
झारखंड में एक बार फिर मानसून सक्रिय स्थिति में है। दो दिनों से हो रही बारिश के कारण शहरी क्षेत्रों में जहां आफत बनी है वहीं खेतों में लबालब पानी भर जा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रांची: झारखंड में एक बार फिर मानसून सक्रिय स्थिति में है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची की माने तो बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन का एक सिस्टम बना है। यह मंगलवार की रात बांग्लादेश के तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल को आच्छादित करते हुए बुधवार की सुबह तक राज्य पहुंच गया है, जिसका असर देखने को मिल रहा है। अगले चार-पांच दिनों तक इसका असर बना रहेगा।
दो दिनों से हो रही बारिश के कारण शहरी क्षेत्र में जहां आफत बनी है, वहीं खेतों में लबालब पानी भर जाने से किसानी के लिए राहत है। मौसमी कारकों के प्रभाव से राज्य में अगले चार-पांच दिनों तक अच्छी बारिश होगी। एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
पूरे अगस्त महीने में इसी तरह बारिश की स्थिति सामान्य बनी रहेगी। मौसम विभाग ने कुछ जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। पूरे राज्य में अगले तीन से चार दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश का सिस्टम सक्रिय होने से हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश का पूर्वानुमान है। इसके लिए मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था।
बारिश के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि बारिश की स्थिति बनने पर किसान खेतों से दूर हो जाए और लोग खुले मैदान, ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभे से दूरी बनाएं। बारिश के समय किसी पक्के मकान की शरण में जाएं और आसमान साफ रहने पर ही किसान दोबारा खेतों में जाएं।
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य के लगभग सभी हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है। सबसे अधिक 148.4 मिमी बारिश पश्चिमी सिंहभूम के मझगांव में रिकार्ड की गई। वहीं सबसे अधिक अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री गोड्डा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री रांची का रिकार्ड किया गया है।
अब तक सामान्य से 39 प्रतिशत कम हुई बारिश
पिछले दो दिनों से राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। अगले चार दिनों तक राज्य में यूं ही मौसम बना रहेगा। साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव से झारखंड में बारिश का पूर्वानुमान था लेकिन इसका ज्यादा लाभ ओडिशा ओर छत्तीसगढ़ को हुआ।
राजधानी समेत आसपास के जिलों में अगले चार दिनों तक अच्छी बारिश होगी। इससे खेतों में इतना पानी होगा कि किसान रोपनी शुरू कर सकें। बता दें कि राज्य में लगातार दूसरे वर्ष मानसून की बेरुखी से सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। झारखंड में 526.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अब तक सिर्फ 318.8 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। यह औसत से 39 प्रतिशत कम है।
पिछले वर्ष भी इस अवधि तक सामान्य से 40 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई थी। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद कहते हैं कि अगस्त माह में पिछले वर्ष की तरह इस बार भी अधिक बारिश होने की संभावना है। जिससे काफी हद तक भरपाई हो जाएगी और अगस्त माह के अंत तक बारिश का यह आंकड़ा 3 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। राजधानी में आमतौर पर इस अवधि तक 542.3 मिमी वर्षा होती है लेकिन अब तक सिर्फ 335.2 मिमी वर्षा हुई है। पूरे राज्य में औसत से 39 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
किस जिले में सामान्य से कितनी कम हुई बारिश
पलामू 37 प्रतिशत, गढ़वा 34, चतरा 67, लातेहार 49, लोहरदगा 63, गुमला 48, हजारीबाग 55, रामगढ़ 45, रांची 38, खूंटी 47, सिमडेगा 14, पश्चिमी सिंहभूम 20, पूर्वी सिंहभूम 21, सरायकेला खरसावां 25, बोकारो 38, देवघर 40, दुमका 42, पाकुड़ 43, गोड्डा 29, साहेबगंज 8, कोडरमा 50, गिरिडीह 59, धनबाद 57, जामताड़ा 59 प्रतिशत।
ऐसा रहेगा राजधानी का मौसम
3 अगस्त : सामान्यत: बादल छाए रहेंगे, दो या अधिक बार मध्यम दर्जे की होगी वर्षा, अधिकतम 27 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस
4 अगस्त : सामान्यत: बादल छाए रहेंगे, मेघ गर्जन के साथ वर्षा की संभावना, अधिकतम 28 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस
5 अगस्त : सामान्यत: बादल छाए रहेंगे, मेघ गर्जन के साथ वर्षा की संभावना, अधिकतम 29 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस
6 अगस्त : सामान्यत: बादल छाए रहेंगे, मेघ गर्जन के साथ वर्षा की संभावना, अधिकतम 28 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस।
अगस्त में अच्छी वर्षा की है उम्मीद
पिछले वर्ष की तरह अबकी बार भी मानसून एक सप्ताह की देरी से 19 जून को आया। शुरुआत में संताल परगना में अच्छी बारिश हुई, लेकिन इसके बाद मानसून कमजोर पड़ गया। अधिकांश जिलों में बारिश नहीं होने से धान का बिचड़ा खेतों में सूख गया है। पिछले वर्ष भी राज्य में मानसून की वर्षा कमजोर रही थी। इस वजह से राज्य सरकार ने प्रदेश के 24 में से 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सूखा प्रभावित घोषित किया था। हालांकि मौसम विभाग ने पिछले वर्ष की तरह इस बार भी अगस्त माह में अच्छी वर्षा की उम्मीद जताई है।
रांची समेत राज्य के कई हिस्से में लगातार वर्षा की संभावना जताई जा रही है। अगले कुछ दिनों तक अच्छी वर्षा होने के आसार हैं। गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा में औसत से ज्यादा वर्षा होने की संभावना है। वहीं चतरा, हजारीबाग, रांची, खूंटी, सरायकेला में औसत वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञानी ने कहा कि पिछले दो दिनों से अच्छी वर्षा देखने को मिली है।
इस मानसून में पूरे झारखंड 39 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। चतरा में अब तक 67 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। हालांकि राज्य में एक बार फिर मानसून ने करवट ले ली है। इस बार मौसम के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक झारखंड में अच्छी वर्षा की उम्मीद जताई गई है।
कुछ जिलों में औसत से अधिक तो कुछ जिले में औसत वर्षा के आसार हैं। झारखंड में अब तक खेती के लिहाज से अच्छी वर्षा नहीं हुई है। राज्य में अब तक लगभग 39 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। जिस कारण इसका सीधा असर खेती पर पड़ता दिख रहा है। कम वर्षा के कारण राज्य के कई हिस्सों में धान की बुआई नहीं हो पाई है।

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