Jharkhand Mining Lease Case: विवादों से पीछा छुड़ाने में जुटे आइएएस अधिकारी शशि रंजन... सास के नाम का स्टोन माइंस लीज सरेंडर
Jharkhand Mining Lease Case पलामू के पूर्व डीडी शशि रंजन की सास अंजना चौरसिया के पार्टनर रणधीर पाठक ने स्टोन माइंस का लीज (पत्थर खनन पट्टा) सरेंडर कर दिया है। पलामू के व्यवसायी रणधीर पाठ ने नौडीहा बाजार के शाहपुर में स्टोन माइंस लीज का पट्टा हासिल किया था।

मेदिनीनगर (पलामू), जासं। Jharkhand Mining Lease Case पलामू के पूर्व डीडी शशि रंजन की सास अंजना चौरसिया के पार्टनर रणधीर पाठक ने स्टोन माइंस का लीज (पत्थर खनन पट्टा) सरेंडर कर दिया है। यह पत्थर खनन पट्टा पलामू जिले के नौडीहा बाजार अंचल के मौजा शाहपुर में था। इसका खुलासा होने के बाद डीसी के पद पर रहते हुए शशि रंजन की खूब किरकिरी हुई। हाल ही में उनका तबादला पलामू उपायुक्त के पद से रांची नगर निगम के आयुक्त के पद पर किया गया। पलामू के व्यवसायी रणधीर पाठ ने नौडीहा बाजार के शाहपुर में स्टोन माइंस लीज का पट्टा हासिल किया था। खनन भी हो रहा था।
झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने रांची में प्रेस कांफ्रेंंस कर खुलासा करते हुए हेमंत सरकार पर हमला बोला था। कहा था कि राज्य में ऊपर से लेकर नीचे तक के लोग खनिज संपदा की लूट में शामिल हैं। यह सवाल भी पूछा था कि अंजना चौरसिया कौन है? इसका जवाब पलामू के उपायुक्त देना चाहिए। इसके बाद यह मामला मीडिया की सुर्खियों में रहा। झारखंड सरकार ने पलामू के आयुक्त से रिपोर्ट भी मांगी थी।
सूत्रों के अनुसार झारखंड सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने शशि रंजन को सलाह दी थी कि वह खनन पट्टा के लीज को सरेंडर करवा दें। विवाद से बाहर आने का यह रास्ता है। इसके बाद उनकी सास के पार्टनर ने लीज सरेंडर कर दिया है। लीज पार्टनर के नाम से ही था। उसमें सास साझेदार थी।
रणधीर पाठक द्वारा लीज सरेंडर करने के बाद पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार ने अंतिम स्वीकृति के लिए खान निदेशक रांची के पास भेज दिया है। रणधार पाठक के नाम जारी खनन पट्टा खनन विभाग के पोर्टल से भी हटा दिया गया है।
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