Jharkhand News: IAS पूजा सिंघल ने लिया था कमीशन, जगुआर एफ पेस व फार्च्यूनर हुए थे जब्त, अभी कई और जाएंगे जेल
IAS Pooja Singhal झारखंड की भ्रष्ट आइएएस पूजा सिंघल उनके पति अभिषेक झा सहित छह के खिलाफ दाखिल पूरक आरोप पत्र पर ईडी कोर्ट ने संज्ञान लिया है। मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग मामले के अनुसंधान के दौरान ईडी ने दाखिल किया था पूरक आरोप पत्र।

रांची, राज्य ब्यूरो। खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान गिरफ्तार आइएएस पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा सहित छह आरोपितों पर ईडी के पूरक आरोप पत्र (पूरक अभियोजन शिकायत) पर रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत ने संज्ञान लेते हुए समन जारी किया है। अब सभी आरोपितों की मुश्किलें बढ़ेंगी। कोर्ट ने सभी आरोपितों को समन भी कर दिया है। ईडी ने कोर्ट में दाखिल अभियोजन शिकायत में यह जानकारी दे दी है कि मनरेगा में पूजा सिंघल को कमीशन मिलता था। छापेमारी के वक्त पूजा सिंघल व उनके सहयोगियों के ठिकानों से 19.76 करोड़ रुपये के अलावा चार महंगी गाड़ियां भी बरामद हुईं थीं, जिनमें जगुआर एफ पेस के अलावा टोयटा फार्च्यूनर भी शामिल हैं।
विशेष अदालत ने इन पर लिया है संज्ञान
ईडी की विशेष अदालत ने जिनपर संज्ञान लिया है, उनमें निलंबित आइएएस पूजा सिंघल के अलावा उनके पति अभिषेक झा, कार्यपालक अभियंता जय किशोर चौधरी, शशि प्रकाश, सहायक अभियंता आरके जैन व पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार शामिल हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार को ईडी ने सात मई को गिरफ्तार किया था, जबकि, आइएएस पूजा सिंघल को ईडी ने 11 मई को गिरफ्तार किया था। दोनों की गिरफ्तारी से पहले छह मई को ईडी ने इनसे संबंधित रांची, चंडीगढ़, कोलकाता, फरीदाबाद, गुरुग्राम व मुजफ्फरपुर के 27 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी।
छापेमारी में 19.76 करोड़ हुए थे बरामद
इस छापेमारी में ईडी ने 19.76 करोड़ रुपये नकदी व चार महंगी गाड़ियां जब्त की थी। इन गाड़ियों में जगुआर एफ पेस व टोयटा फार्च्यूनर भी शामिल थीं। इसके अलावा ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस मिले थे, जिनमें करोड़ों रुपये के लेन-देन से संबंधित कागजात भी शामिल थे।ईडी ने बुधवार को इससे संबंधित अधिकृत बयान जारी कर पूरे मामले की जानकारी दी है।
ईडी ने अधिकृत रूप से जो दी जानकारी
खूंटी में 18.06 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाले में दर्ज अलग-अलग 16 प्राथमिकियों के आधार पर ईडी ने मनी लांड्रिंग के आधार पर केस दर्ज किया था। ईडी की अनुसंधान में यह तथ्य सामने आया कि खूंटी की उपायुक्त रहते हुए पूजा सिंघल ने मनरेगा में तत्कालीन कनीय अभियंता राम विनोद सिन्हा व अन्य इंजीनियर को फंड आवंटित करने के एवज में कमीशन लिया।
पूजा सिंघल व उनके पति अभिषेक झा ने बैंक खातों में उस दौरान भारी मात्रा में नकदी जमा किया और उसका उपयोग अलग-अलग संपत्ति खरीदने में किया। चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार ने पूजा सिंघल के साथ मिलकर उनके कहने पर उनके अवैध धन को एकत्रित किया।
सभी आरोपितों ने मनरेगा घोटाले में अवैध धन कमाया और उसे अचल संपत्ति में निवेश किया। इस केस में अब तक ईडी ने 4.28 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है, जिसपर ईडी की निर्णायक प्राधिकार ने भी अपनी मुहर लगा दी है। ईडी का अनुसंधान अभी जारी है।

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