Pooja Singhal IAS: पूजा सिंघल के अभी कई किस्से खुलने बाकी, करीबियों की नींद हराम; पढ़ें अंदर की खबर
Jharkhand IAS Pooja Singhal झारखंड की आइएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ईडी को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। अहम ...और पढ़ें

रांची, [जागरण स्पेशल]। Jharkhand IAS Pooja Singhal झारखंड की दागदार आइएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय, ईडी को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। अहम सबूतों में मोटे पैसे की लेनदेन वाली एक गोपनीय डायरी का जिक्र हो रहा है, जिनसे बहुताें की नींद हराम हो सकती है। खैर, पूजा सिंघल के इस एपिसोड में अभी कई किस्से खुलने बाकी है। सो, ईडी और सीबीआइ की गहन जांच के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठ पाएगा। ईडी की ओर से आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया गया है कि पूजा सिंघल के खिलाफ किन-किन मामलों में छापेमारी हुई है और उनके देशभर के ठिकानों से क्या-क्या मिला है। बावजूद ईडी की कार्रवाई से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स में तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। ईडी सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि उनके दूसरे पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार सिंह के यहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। जिसकी गहनता से जांच हो रही है। ईडी इन ठिकानों से ट्रंक में भरकर कागजात अपने साथ ले गई है। सुमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा की बारी बताई जा रही है।

इधर ईडी सूत्रों के हवाले से खबर है कि आइएएस पूजा सिंघल के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान एक गोपनीय डायरी मिली है। इस डायरी में कई बड़े सफेदफोशों के नाम हैं। इनमें कई आइएएस, नेता, मंत्री, विधायक और पत्रकार शामिल हैं। जिनके नाम पर पैसे के लेनदेन का जिक्र इस डायरी में किया गया है। रसूखदारों के नाम और फोन नंबर भी इसमें दर्ज हैं। माना जा रहा है कि इस डायरी के आधार पर ईडी इन लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। इस बीच शनिवार को आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सीए सुमन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसने घर में बरामद हुए 19.31 करोड़ रुपये नकद का कोई हिसाब नहीं दिया था। ईडी सुमन सिंह को रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ कर सकती है।
ईडी के अधिकारियों का कहना है कि मनी लांड्रिंग मामले में आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को समन भेजा जाएगा। इस दौरान उनके ठिकाने से मिले अवैध संपत्ति के दस्तावेज और सीए के यहां बरामद करीब 20 करोड़ रुपये के बारे में पूछताछ की जाएगी। ईडी की छानबीन में इस बात का खुलासा हो चुका है कि पूजा सिंघल के नेटवर्क से 20 से अधिक मुखौटा कंपनियों के जरिये काले धन को खपाया गया है। कोलकाता की रहने वाली प्राची और उसका पति रौनक अग्रवाल इन शेल कंपनियों के संचालक हैं। इन्हें पूजा सिंघल व उनके पति अभिषेक झा का करीबी बताया गया है। ईडी प्राची अग्रवाल और रौनक अग्रवाल से भी पूछताछ कर सकता है।
झारखंड की धाकड़ आइएएस मानी जाने वाली पूजा सिंघल राज्य में मनरेगा से लेकर मोमेटम झारखंड घोटाला में शामिल बताई गई हैं। हालांकि, विभागीय कार्रवाई के बाद तब के मुख्यमंत्री रघुवर दास और मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने पूजा सिंघल को इन आरोपों में क्लीनचिट दे दी थी। इधर पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल की जमीन की जांच का आदेश दिया गया है। इसमें सीएनटी एक्ट के उल्लंघन की बात सामने आई है।
ईडी की छापेमारी पूरी होने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआइ मुख्यालय को पत्र लिखकर पूजा सिंघल से जुड़े पूरे मामले की जानकारी दी है। सीबीआइ से इस मामले में भ्रष्टाचार के एंगल पर जांच करने का आग्रह किया गया है। ईडी ने इसे पद का दुरुपयोग और आय से अधिक संपत्ति का मामला बताया है। संभव है कि अगले एक-दो दिनों में सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पूजा सिंघल मामले में एंट्री करेगी।
झारखंड कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) की अफसर पूजा सिंघल के पहले पति आइएएस राहुल पुरवार के बारे में कहा गया है कि वे कई प्रापर्टी में अब भी पार्टनर हैं। हालांकि 12 साल पहले ही घरेलू विवाद के चलते उनका तलाक हो चुका है। संभव है कि पूजा सिंघल तक पहुंची जांच की आंच अब उनके पहले पति राहुल पुरवार तक जा पहुंचे। राहुल पुरवार फिलहाल स्टडी लीव पर हैं। राहुल पर भी भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी के संगीन आरोप लग चुके हैं। एक मौके पर हेमंत सोरेन ने टाटा प्रोजेक्ट्स का भुगतान रोकने को लेकर उनके खिलाफ गंभीर आपत्ति जताई थी।
पूजा सिंघल और उनके दूसरे पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल में भी उनके पहले पति राहुल पुरवार पार्टनर हैं। साझेदार की भूमिका से आगे पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा की संपत्ति को भी ईडी ने सिरे से खंगाला है। सीए सुमन सिंह की गिरफ्तारी के बीच उनके अस्पताल और पूंजी निवेश का ब्योरा जुटाने के बाद अभिषेक झा पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
पूजा सिंघल के जानकार उन्हें हरेक फन में माहिर मानते हैं। सत्ता के साथ मेल रखना उन्हें खूब आता है। राजनेताओं से लेकर नौकरशाहों तक में उनकी खासी पहचान है। इसलिए ही तमाम सरकार बदलने के बाद भी पूजा सिंघल का रुतबा और जलवा कभी कम नहीं हुआ। वह विधायकों से भी बेहतर संबंध बनाकर रखतीं हैं, ताकि विधानसभा में उनके विभाग से संबंधित सवाल पूछे जाने पर उसे दबाया जा सके। इसके लिए पूजा सिंघल किसी भी हद तक जाती थीं। खूंटी का मनरेगा घोटाला, चतरा का एनजीओ घोटाला और पलामू का कोल ब्लॉक आवंटन घोटाला को उदाहरण के तौर पर समझें तो इन मामलों में कई बार विधानसभा में प्रश्न पूछे गए। लेकिन पूजा सिंघल का बाल तक बांका नहीं हो सका। बहरहाल, सत्ता के गलियारे से घूम-फिरकर पूरा मामला केंद्रीय जांच एजेंसियों तक पहुंच गया है। ऐसे में अब कार्रवाई से बच पाना पूजा सिंघल के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है।

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