Jharkhand News: शिक्षक बनने से पहले जान लें यह सच... मौजूदा वेतनमान पाने में लगेंगे 10 साल... जानिए, क्या कहता है नियम
Jharkhand Teacher Recruitment 2022 झारखंड में अगर आप प्रारंभिक स्कूलों में सहायक आचार्य बनने का सपना देख रहे हैं तो यह बात भी जान लीजिए कि वर्तमान शिक्षकों की तरह वेतनमान पाने में दस साल लग जाएंगे। नियमावली में हेमंत सोरेन सरकार ने इस तरह का प्रविधान कर रखा है।

रांची, राज्य ब्यूरो। प्रारंभिक विद्यालयों में नई नियुक्ति नियमावली के तहत सहायक आचार्य के पद पर नियुक्त होने वाले शिक्षकों को वर्तमान वेतनमान (जो वर्तमान में प्रारंभिक शिक्षकों को मिल रहा है) पाने में 10 वर्ष लग जाएंगे।नियमावली में प्रविधान किया गया है कि सहायक आचार्य संवर्ग के शिक्षकों की प्रोन्नति झारखंड आदर्श-उत्कृष्ट प्रारंभिक विद्यालय सहायक शिक्षक संवर्ग में जिलावार रिक्त पदों पर होगी। इसके लिए उन्हें सहायक आचार्य के पद पर न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा अनिवार्य रूप से देनी होगी।
जानिए, क्या है वर्तमान में वेतनमान
नई नियुक्ति नियमावली के तहत इंटरमीडिएट प्रशिक्षित सहायक आचार्यों को प्रोन्नति वेतनमान के लेवल-चार से लेवल-पांच में हो सकेगी। इसी तरह, स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्यों की प्रोन्नति वेतनमान के लेवल-पांच से लेवल-सात में हो सकेगी। वर्तमान में प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत इंटर प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों तथा स्नातक प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों को क्रमशः इन्हीं लेवल का वेतनमान मिलता है। दोनों श्रेणी के शिक्षकों का वेतनमान 9300-34800 तथा ग्रेड पे क्रमशः 4200 तथा 4600 ग्रेड पे है। वहीं, इंटर प्रशिक्षित सहायक आचार्य तथा स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य का वेतनमान क्रमशः 25,500 तथा 28,200 (एवं अन्य भत्ते ) निर्धारित किया गया है। नई नियमावली में यह भी प्रविधान किया गया है कि निर्धारित अवधि 10 वर्ष में सहायक आचार्यों को प्रोन्नति नहीं मिलने पर 12 वर्ष में वरीय तथा 24 वर्ष में प्रवरण वेतनमान का लाभ मिलेगा।
नियुक्ति में अधिकतम आयु में मिलेगी छूट
सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष निर्धारित की गई है। अधिकतम आयु वही होगी जो कार्मिक विभाग द्वारा सभी प्रकार की नियुक्तियों के लिए लागू की गई है। हालांकि सहायक आचार्य की नियुक्ति में अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु में छूट मिल सकेगी। दरअसल, नई नियमावली में कहा गया है कि नियुक्ति में उम्र की गणना उस वर्ष के पहली अगस्त से होगी जिस पंचांग वर्ष में नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा, लेकिन पिछली नियुक्ति परीक्षा एवं आगामी नियुक्ति परीक्षा के वर्ष के बीच की अंतराल अवधि में एक वर्ष छोड़कर अधिकतम सीमा में उतने वर्ष की छूट दी जाएगी। इसे इस तरह समझा जा सकता है कि यदि पिछली नियुक्ति वर्ष 2016 में हुई है और वर्तमान नियुक्ति वर्ष 2022 में होगी तो अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु में पांच साल की छूट सकेगी।
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