बेटियों के जन्म पर झारखंड सरकार देगी अब बेबी किट, खर्च होंगे पांच करोड़ रुपये
झारखंड में शिशु मृत्यु दर कम करने और लिंंगानुपात बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने शानदार पहल की है। सरकार ने पांच करोड़ रुपये की स्वीकृति दी। इससे बेबी ...और पढ़ें

रांची, (राज्य ब्यूरो)। राज्य सरकार ने बालिका शिशुओं की देखभाल के लिए उनके माता-पिता को बेबी किट देने का निर्णय लिया है। बेबी किट में शिशुओं की देखभाल के लिए 16 प्रकार की सामग्री शामिल होगी। यह योजना राज्य में शिशु मृत्यु दर कम करने व ङ्क्षलगानुपात बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने चालू वित्त वर्ष में इस योजना के लिए पांच करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी है।
33,333 नवजात बच्चियों को मार्च से योजना का लाभ
राज्य की 33,333 नवजात बच्चियों को मार्च से बेबी किट योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिलों के लक्ष्य तय कर दिए गए हैं। प्रत्येक बेबी किट में शिशुओं के लिए दो ड्रेस, छह नैपकिन, एक बेड, एक डिजिटल थर्मामीटर, मच्छरदानी, कंबल, प्लास्टिक मैट, शैंपू, तेल, तौलिया, नेल क्लिपर आदि शामिल हैं। ाज्य में प्रत्येक वर्ष लगभग आठ लाख बच्चों का जन्म होता है। इनमें छह लाख बच्चों का जन्म सरकारी अस्पतालों में होता है।
नवजात का जन्म सरकारी अस्पतालों में होना जरूरी
इस योजना का लाभ उन जनजातीय बालिका शिशुओं को मिलेगा, जिनके माता-पिता गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे हैं। साथ ही नवजात का जन्म सरकारी अस्पतालों में हुआ हो। निजी अस्पतालों में या घर पर जन्म लेनेवाले शिशु को इसका लाभ नहीं मिलेगा। प्रत्येक किट की अनुमानित लागत 1500 रुपये बताई जाती है। बेबी किट का क्रय ई-टेंडर के माध्यम से किया जाएगा।
किस जिले के कितने शिशुओं को मिलेगा लाभ
- बोकारो : 910
- चतरा : 150
- देवघर : 700
- धनबाद : 700
- दुमका : 1,740
- गढ़वा : 1,180
- गिरिडीह : 550
- गोड्डा : 2,020
- गुमला : 3,640
- हजारीबाग : 200
- जामताड़ा : 1,500
- खूंटी : 1,950
- कोडरमा : 63
- लातेहार : 1,000
- लोहरदगा : 1,600
- पाकुड़ : 650
- पलामू : 330
- पश्चिमी सिंंहभूम : 4,400
- पूर्वी सिंंहभूम : 600
- रामगढ़ : 2,000
- रांची : 1,700
- साहिबगंज : 1,000
- सरायकेला खरसावां : 600
- सिमडेगा : 4,150

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