दो हर महीने 25 हजार, फिर मिलेंगे झारखंड के कामगार; सरकार ने रखी नई शर्त...
Jharkhand Minimum Wages श्रम नियोजन एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने घोषणा करते हुए कहा कि सरकार संवेदनशील है। कोरोना संक्रमण काल में भी एक साल के कार्यकाल में बेहतर प्रदर्शन किया है। मजदूरों का आंकड़ा जुटाया जा रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Minimum Wages, Minimum Wages in Jharkhand श्रम नियोजन एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि अब मजदूरों को ले जाने वाली कंपनियों से राज्य सरकार अपनी शर्त पर एमओयू करेगी। इसमें न्यूनतम मजदूरी 25 हजार रुपये मासिक देने पर पर ही एमओयू होगा। राजद कार्यालय में मीडिया से मुखातिब मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि सरकार संवेदनशील है। कोरोना संक्रमण काल में भी सरकार का प्रदर्शन बेहतर रहा। विकास कार्यों के अतिरिक्त दुमका व बेरमो उपचुनाव कराना सरकार की उपलब्धि रही।
कोरोना काल में जो मजदूर आए, उनका निबंधन कराया गया। जो मजदूर बिना निबंधन के बाहर चले गए, उनका आंकड़ा जुटाया जा रहा है। कौशल विकास विभाग में पूर्व में जो गड़बडिय़ों की सूचना आई थी, उसकी जांच कराई जाएगी। ओरमांझी में युवती की हत्या के मामले में मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि सरकार भी चाहती है कि इस तरह की घटना न घटे। इस घटना में जो भी शामिल हैं, उन्हें कानून के तहत पकड़ा जाएगा। इस घटना के बाद रांची के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री का काफिला रोके जाने की घटना की मंत्री ने निंदा की और कहा कि ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
मौके पर मौजूद राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि ओरमांझी में जिस तरह की घटना हुई है, यह घटना दिल्ली के निर्भया कांड की याद दिला रही है। प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए राजद का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा। वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण किशोर ने किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के काफिला को रोके जाने की घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह एक गलत परंपरा है, जिसे भविष्य के लिए रास्ता दिखाया जा रहा है। विरोध का यह तरीका गलत है। इन सभी मुद्दों पर मुख्यमंत्री से मिलकर राजद अपनी बात रखेगा और इस तरह की समस्याओं के समाधान का अनुरोध करेगा।