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    जानिए, कैसे बना झारखंड और किस तरह विकराल होती गई समस्याएं

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Thu, 15 Nov 2018 01:12 PM (IST)

    अस्तित्व में आते ही झारखंड सियासी अस्थिरता के भंवर में फंस गया। भ्रष्टाचार, नक्सलवाद, गरीबी समेत कई तरह की समस्याएं विकराल होती चली गईं।

    जानिए, कैसे बना झारखंड और किस तरह विकराल होती गई समस्याएं

    झारखंड आज 18 साल का हो गया है। आज ही के दिन 18 साल पहले 15 नवंबर, 2000 को लंबे संघर्ष और इंतजार के बाद बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य अस्तित्व में आया था। 1930 में गठित आदिवासी महासभा ने हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह की अगुआई में अलग झारखंड का सपना देखा था। 15 नवंबर, 2000 को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर झारखंड भारत का अठ्ठाइसवां राज्य बना। बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर झारखंड का सृजन किया गया। औद्योगिक नगरी रांची इसकी राजधानी है। प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में धनबाद, बोकारो व जमशेदपुर शामिल हैं।

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    झारखंड की सीमाएं उत्तर में बिहार, पश्चिम में उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़, दक्षिण में ओडिशा और पूर्व में पश्चिम बंगाल को छूती हैं। पूरा प्रदेश छोटानागपुर के पठार पर अवस्थित है। कोयल, दामोदर, खरगई व स्वर्णरेखा यहां की प्रमुख नदियां हैं। वनों के अनुपात में यह प्रदेश देश का अग्रणी राज्य माना जाता है। यह प्रदेश वन्य जीवों के संरक्षण के लिए भी मशहूर है।

    झारखंड विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों व धर्मों का संगम क्षेत्र कहा जा सकता है। द्रविड़, आर्य, व आस्ट्रो-एशियाई तत्वों के सम्मिश्रण का इससे अच्छा कोई क्षेत्र भारत में शायद ही दिखता है। इस शहर की गतिविधियां मुख्य रूप से राजधानी रांची और जमशेदपुर, धनबाद तथा बोकारो जैसे औद्योगिक केंद्रों से सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं।

    जानिए, कैसे पड़ा राज्य का नाम

    झारखंड यानी झार या झाड़ जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और खंड यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरूप यह मूलतः एक वन प्रदेश है, जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का रूर भी कहा जाता है, जो जर्मनी में खनिज प्रदेश के नाम से विख्यात है।

    जानें, किस तरह विकराल हुई समस्याएं

    अस्तित्व में आते ही झारखंड सियासी अस्थिरता के भंवर में फंस गया। भ्रष्टाचार, नक्सलवाद, गरीबी-पिछड़ापन व प्रशासनिक कमजोरी समेत कई तरह की समस्याएं विकराल होती चली गईं। विकास की कसौटी पर अब तक सूबे को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इसके चलते साथ ही अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ व उत्तराखंड जैसे राज्यों से झारखंड पिछड़ता गया।

    पीएम मोदी ने झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर झारखंड के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।

    सीएम ने भगवान बिरसा मुंडा जयंती और झारखंड स्थापना दिवस की बधाई दी
    सीएम रघुवर दास ने ट्वीट कर भगवान बिरसा मुंडा जयंती और झारखंड स्थापना दिवस पर राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को बधाई दी है। 

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