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    International Women's Day 2019: डायना एडुलजी को सम्मानित करेगा जेएससीए

    International Womens Day 2019 भारत-आस्‍ट्रेलिया के बीच तीसरे वनडे मैच के दौरान कमेटी ऑफ मैनेजमेंट की सदस्य व पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी डायना एडुलजी स्‍टेडियम में मौजूद रहेंगी।

    By Alok ShahiEdited By: Updated: Fri, 08 Mar 2019 09:35 AM (IST)
    International Women's Day 2019: डायना एडुलजी को सम्मानित करेगा जेएससीए

    रांची, जासं। International Women's Day 2019 - भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को होने वाले तीसरे एकदिवसीय मैच में पूर्व अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी व बीसीसीआइ कमेटी ऑफ मैनेजमेंट की सदस्य डायना एडुलजी भी उपस्थित रहेंगी। आठ मार्च को ही महिला दिवस है ऐसे में झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) डायना एडुलजी को सम्मानित करेगा। जेएससीए द्वारा जारी बयान में बताया गया कि डायना एडुलजी को सम्मानित करना गर्व की बात है। वे महिलाओं के लिए आदर्श हैं।

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    ये हैं अपराजिता, पुरुष प्रधान पेशे के मिथक को तोड़ा
    वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने वकील के रूप में करियर बनाने की सोची। झारखंड हाई कोर्ट में आने पर पता चला कि इस पेशे में ज्यादातर पुरुष ही काम करते हैं। बहुत ही कम महिलाएं वकालत कर रही हैं। कई लोगों ने मुझे निजी सेक्टर में जाने का सुझाव दिया, लेकिन मैंने दृढ़ निश्चय किया कि मैं वकालत ही करूंगी। मेरे इस निर्णय का मेरे माता-पिता ने भी समर्थन किया। कई लोगों का कहना था कि इस काम में समय की कोई सीमा नहीं है। रातभर जागकर तैयारी करनी पड़ेगी।

    शायद लोग मेरा हौसला तोडऩा चाह रहे थे, लेकिन मैंने वकालत शुरू की। शुरूआती दिनों में मैंने कई मामलों में बिना पैसे के पक्ष रखा। मैं अभी भी पैसे को नहीं, बल्कि ऐसे मामलों में पक्ष रखने की कोशिश करती हूं जिसमें बड़े पैमाने पर समाज का हित हो। हाई कोर्ट के कई वरीय अधिवक्ताओं के खिलाफ मैंने पैरवी की है। वकालत में मेरी दिनचर्या सुबह साढ़े सात बजे से शुरू होती है, जो रात दस बजे तक चलती है। अपने कार्यालय में फाइलों का अध्ययन करना पड़ता है। कई बार ऐसे भी मौके आए जब बड़े मामलों में कोर्ट में पक्ष रखने के लिए रात दो बजे तक तैयारी करनी पड़ी।- अपराजिता भारद्वाज, अधिवक्ता, झारखंड, हाई कोर्ट।