Coronavirus Jharkhand: झारखंड में बढ़ रही कोरोना की रफ्तार, आज 20 नए मामले, अबतक 458; जानें ताजा हाल
Jharkhand Coronavirus News झारखंड में बुधवार को एक बार फिर 20 काेरोना मरीज मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 458 पर पहुंच गया है।
रांची, जेएनएन। Jharkhand Coronavirus News झारखंड में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को एक बार फिर 20 काेरोना मरीज मिले हैं। आज सबसे अधिक 7 नए मामलों की पहचान हजारीबाग में की गई है। रामगढ़ से 4, कोडरमा से 3, पूर्वी सिंहभूम से तीन और रांची, लातेहार तथा पश्चिमी सिंहभूम से 1 मामला सामने आया है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 458 पर पहुंच गया है।
इधर बुधवार को हजारीबाग के 4 कोरोना मरीजों ने इस खतरनाक जानलेवा बीमारी से लड़कर जिंदगी की जंग जीत ली है। इन्हें स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। आज 16 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। बोकारो में पांच, हजारीबाग में चार, धनबाद में दो, पूर्वी सिंहभूम में एक तथा लातेहार में चार मरीज स्वस्थ हुए।
दैनिक जागरण के संवाददाता नीरज अंबष्ठ और अमन मिश्रा ने बताया कि रांची के रिम्स में 295 सैंपल की जांच बुधवार को की गई है। इसमें 285 सैंपल निगेटिव मिले हैं। आज कुल 10 नए मामले सामने आए हैं। आज के 10 पॉजिटिव रिपोर्ट में 4 रामगढ़, 3 हजारीबाग, 2 कोडरमा और एक राजधानी रांची का है।
हजारीबाग के डीसी भुवनेश प्रताप सिंह ने आज मिले कोरोना के 7 नए मामलों की पुष्टि की है। बताया कि सभी कोरोना संक्रमित प्रवासी मजदूर हैं। इनमें तीन 21 मई को मुंबई से और दो कोरोना संक्रमित बड़ौदा से हजारीबाग पहुंचे हैं। इन्हें सिलवार क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। इससे पहले मंगलवार को राज्यभर में कुल 30 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई थी। बीते दिन हजारीबाग में भी तीन कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए थे।
बुधवार को झारखंड में अबतक 20 कोरोना पॉजिटिव
- हजारीबाग : 07
- रामगढ़ : 04
- पूर्वी सिंहभूम : 03
- कोडरमा : 03
- पश्चिमी सिंहभूम : 01
- लातेहार : 01
- रांची : 01
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहरी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां में छूट का किया ऐलान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोविड -19 की वजह से जारी लॉक डाउन में शहरी क्षेत्र के बंदिशों में कुछ छूट का ऐलान किया है। अब राज्य के सभी शहरी क्षेत्र में भी औद्योगिक गतिविधियां की जा सकेंगी। सिर्फ कंटेनमेंट जोन इससे अलग रहेंगे। विदित हो कि ग्रामीण एवं औद्योगिक क्षेत्रों में यह पहले ही प्रभावी कर दिया गया है।