Jharkhand Congress: निकाय चुनाव की तैयारी बैठक में नहीं पहुंचे प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष ने सबकी कर दी छुट्टी
झारखंड कांग्रेस की यूएलबी चुनाव तैयारी बैठक में निकाय प्रभारी नहीं पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए सभी को कार्यमुक्त कर दिया और जिला अध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंप दी। अब 3 नवंबर को जिला अध्यक्षों की बैठक होगी, जिसमें संगठन सृजन-2025 के कार्यों की समीक्षा की जाएगी और जमीनी स्तर पर कांग्रेस की सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
-1761893349917.webp)
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश। (फाइल फोटो जागरण)
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस की ओर से राज्य के सभी यूएलबी के चुनाव को लेकर तैयारियों के क्रम में गुरुवार को बुलाई गई अहम बैठक में कोई पहुंचा ही नहीं।
पार्टी ने दलगत आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद कांग्रेस कर्मियों को बड़े पैमाने पर मैदान में उतारने और जीत सुनिश्चित कराने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के आलाेक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के माध्यम से गुरुवार को सभी निकाय प्रभारियों की बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में अधिसंख्य निकायों के प्रभारी और पर्यवेक्षक पहुंचे ही नहीं। नतीजा यह रहा कि नाराज प्रदेश अध्यक्ष ने सभी को कार्यमुक्त कर जिला अध्यक्षों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी और अब इनकी पहली बैठक तीन नवंबर को बुलाई गई है। बैठक में सभी जिला पर्यवेक्षकों एवं जिला अध्यक्षों की माैजूदगी रहेगी।
जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पाल मुंजनी ने बताया कि बैठक में प्रदेश संगठन सृजन-2025 के कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। सभी पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में आयोजित बैठकों की अद्यतन रिपोर्ट के साथ उपस्थित हों।
बैठक में मुख्य रूप से ग्राम पंचायत कांग्रेस कमेटियों की अद्यतन स्थिति, वार्ड कमेटियों (यूएलबी) के गठन की प्रगति एवं जिला कांग्रेस कमेटियों की बैठकों में विधायकों की उपस्थिति का विवरण लेकर आने के लिए कहा गया है।
इसके साथ ही जिलाध्यक्षों से 'संगठन सृजन–2025' के अंतर्गत दिये गये कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी ली जाएगी। ग्राम पंचायत कमेटियों के गठन, शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के नगर अध्यक्ष, वार्ड अध्यक्ष एवं कमेटियों का गठन तथा बीएलए की नियुक्ति (प्रपत्र बीएलए–2 में अधिसूचना) की अद्यतन स्थिति शामिल है।
मीडिया विभाग के चेयरमैन मुंजनी ने बताया कि गुरुवार को यूएलबी पर्यवेक्षकों की बैठक में समीक्षा की गई जिससे संगठनात्मक कार्यों की प्रगति संतोष जनक नहीं थी।
इस पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने संबंधित यूएलबी की पूरी जिम्मेदारी जिला अध्यक्षों एवं जिला पर्यवेक्षकों को सौंप दी है। संगठन का लक्ष्य जमीनी स्तर तक कांग्रेस की सक्रियता को सुदृढ़ करना है, इसलिए अब सभी जिला अध्यक्ष और पर्यवेक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में संगठन सृजन-2025 के तहत सौंपे गए कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करेंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।