Air Ambulance: झारखंड की पहली एयर एंबुलेंस सेवा हुई शुरू, पैसे नहीं तो भी मिल सकती है सर्विस
Air Ambulance Service राज्य में पहली बार एयर एंबुलेंस की सेवा शुरू की गई है। इससे गंभीर मरीजों को एयरलिफ्ट करने में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कहना है कि यह कदम प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

रांची, राज्य ब्यूरोः राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को सूबे की पहली एयर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की। एयर एंबुलेंस के जरिए आपात स्थिति में गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अस्पतालों में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस सेवा की शुरूआत के मौके पर कहा कि, स्वास्थ्य सुविधा को सुदृढ़ करने की दिशा में यह बड़ा कदम है। कोरोना ने हमें आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधा को सुदृढ़ करने की अहमियत को बताया है।
समय पर इलाज से बच सकती हैं कई जान-मुख्यमंत्री
राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ने कहा कि कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनमें बेहतर इलाज के लिए राज्य से बाहर जाना जरूरी हो जाता है। जीवन और मृत्यु का फासला काफी कम होता है, ऐसी परिस्थिति में सड़क मार्ग और रेल मार्ग से मरीज को ले जाने में काफी कठिनाई होती है। आकस्मिकता की स्थिति में यदि बीमार व्यक्ति को समय पर इलाज सुलभ हो जाए तो कई जानें बचाई जा सकती है।
पैसे नहीं तो भी मिल सकती है सेवा
सीएम सोरेन का कहना है कि, सेवा का उपयोग सिर्फ सक्षम लोगों के लिए नहीं है। इसमें आवश्यकतानुसार जो पैसे नहीं भी दे सकता है, उसको भी एयर एंबुलेंस के माध्यम से ले जाने और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की मंशा सरकार की है। सरकार का प्रयास है कि जगह-जगह सड़कों के किनारे हेलिपैड बने। जिससे भीषण सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। एयर एंबुलेंस सेवा राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
आपातकालीन स्थिति में एयर एंबुलेंस सेवा प्राप्त करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता था। कोई ऐसा डेडिकेटेड सेल नहीं था, जहां संपर्क स्थापित किया जा सके। अब इसमें असुविधा नहीं होगी।
इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक इरफान अंसारी, विधायक राजेश कच्छप, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना डाडेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, एयरपोर्ट ऑथिरिटी के निदेशक केएल अग्रवाल, कैप्टन एसपी सिन्हा सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
एयर एंबुलेंस में मौजूद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
ऐसे मिलेगी सुविधा, दो घंटे के भीतर तैयार रहेगा एयरक्राफ्ट
नागर विमानन प्रभाग ने एयर एंबुलेंस सेवा के लिए सेल का गठन किया है। दूरभाष और ई-मेल के माध्यम से एयर एम्बुलेंस की सेवा प्राप्त की जा सकती है। आवेदक को गंतव्य के अनुसार संभावित व्यय से अवगत कराया जायेगा। सहमति के बाद ऑपरेटर दो घंटे के भीतर एयरक्राफ्ट तैयार करेंगे। फ्लाइट को पुनर्निर्धारित करने का भी प्रावधान है।
रांची से नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, वाराणसी, लखनऊ एवं तिरूपति प्रमुख गंतव्य के रूप में निर्धारित किए गए हैं। देवघर, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद, गिरिडीह और दुमका में भी यह सेवा उपलब्ध होगी।
एंबुलेंस सेवा का होगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में जहां बड़े वाहन नहीं जा सकते हैं, वहां मोटरसाइकिल एंबुलेंस सेवा प्रारंभ की गई है। बहुत जल्द सैकड़ों एंबुलेंस राज्य को मिलने जा रहे हैं।
रिम्स में हो रहा जटिल बीमारियों का इलाज
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि, रिम्स को लेकर कई बार सकारात्मक और नकारात्मक सूचनाएं मिलती हैं। रिम्स में भी सरकार ने दुनिया की बेहतरीन तकनीक से लैस आधुनिक मशीनें स्थापित की हैं। यहां जटिल बीमारियों का भी इलाज संभव हो पा रहा है। आलोचनाएं होनी चाहिए, लेकिन वह बेहतर दिशा के लिए होनी चाहिए।
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