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    Jharkhand Health news: ब्लड बैंकों के संचालन में आया बड़ा अपडेट, लागू होगा मैनेजमेंट सिस्टम

    By Neeraj Ambastha Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Mon, 03 Nov 2025 06:19 PM (IST)

    झारखंड के सभी ब्लड बैंकों को डिजिटल करने की योजना है। एक नया मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा जिससे रक्त की उपलब्धता और वितरण में सुधार होगा। इस डिजिटलीकरण से ब्लड बैंकों के कामकाज में पारदर्शिता आएगी और मरीजों को आसानी से रक्त मिल सकेगा। यह राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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    राज्य के ब्लड बैंकों के संचालन में पारदर्शिता, दक्षता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उनका डिजिटलाइजेशन किया जाएगा।

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य के ब्लड बैंकों के संचालन में पारदर्शिता, दक्षता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उनका डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। साथ ही ब्लड बैंक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होगा। इसे लेकर ब्लड बैंक के कर्मियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को नामकोम के आरसीएच स्थित आइपीएच सभागार में शुरू हुआ। 

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    प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव डा. नेहा अरोड़ा ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि अब ब्लड बैंकों में रैपिड टेस्ट किट की जगह एलिजा, केमिल्यूमिनेसेंस तथा सीबीनैट से ही रक्त का परीक्षण होगा ताकि रक्त की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।

    ब्लड बैंक के कर्मचारियों की कार्य-जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से निर्धारित की गई

    कहा, प्रत्येक ब्लड बैंक के कर्मचारियों की कार्य-जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से निर्धारित की गई है। उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन पूर्ण समर्पण के साथ करना होगा। उन्होंने सभी ब्लड बैंकों में कंप्यूटर आपरेटर की उपलब्धता और इलेक्ट्रान ब्रांडबैंड प्रबंधन प्रणाली के नियमित डेटा अपडेट करने पर भी जोर दिया।

    प्रशिक्षण कार्यक्रम में सी-डैक के राष्ट्रीय विशेषज्ञ रामजी गुप्ता ने ब्लड बैंक मैनेजमेंट सिस्टम की की विस्तृत जानकारी दी तथा राज्य के सभी ब्लड बैंकों के प्रतिनिधियों को इसके संचालन का प्रशिक्षण प्रदान किया।

    कार्यक्रम में सहायक निदेशक (औषधि) ने रक्त केंद्रों के सुचारू संचालन पर प्रस्तुति दी और सभी रक्त बैंकों को मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि ई-रक्तकोष एवं ब्लड बैंक मैनेजमेंट सिस्टम के संचालन से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए राज्यभर में छह मास्टर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है।

    प्रत्येक जिला में ई-रक्तकोष प्रणाली के लिए मास्टर प्रशिक्षक नियुक्त किए जाएंगे और किसी भी तकनीकी या प्रबंधन संबंधी कमी को शीघ्र ही दूर किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से राज्य में ब्लड बैंक प्रणाली को आधुनिक, पारदर्शी और जन-हितैषी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसबीटीसी के सदस्य सचिव एसबीटीसी डा. एसएस पासवान, सहायक परियोजना निदेशक, डा. पीके सिन्हा आदि भी उपस्थित थे।