HIGHLIGHTS: बताइए सरकार... संजीव सिंह को किसके कहने पर भेजा दुमका जेल? Jharkhand Assembly
Jharkhand Assembly HIGHLIGHTS धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा ने पूर्व विधायक संजीव सिंह को दुमका जेल भेजे जाने का मामला सोमवार को झारखंड विधानसभा में उठाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जेल आइजी द्वारा संजीव सिंह को साजिश के तहत दुमका भेजा गया। उन्होंने इसकी जांच की मांग की।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly HIGHLIGHTS भाजपा विधायक राज सिन्हा ने नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपित धनबाद के पूर्व विधायक संजीव सिंह को धनबाद जेल से दुमका जेल स्थानांतरित करने का मामला सोमवार को झारखंड विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि जेल आइजी, झारखंड द्वारा संजीव सिंह को धनबाद से हटाकर दूसरी जेल में गलत ढंग से एक साजिश के तहत भेजा गया है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की। राज सिन्हा ने सदन में यह भी कहा कि झारखंड हाई कोर्ट इस मामले में अपना फैसला दे चुका है, इसके बावजूद सरकार के कुछ अधिकारी अदालत के फैसले पर अमल नहीं कर रहे हैं।
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने विधायक की बातों को सुनने के बाद कहा कि यह मामला सदन के संज्ञान में आ गया है। इसके बाद विधानसभाध्यक्ष ने राज सिन्हा को बैठने को कहकर अगले विषय पर चर्चा शुरू कर दी। इस बीच, राज सिन्हा के साथ भाजपा के कुछ और विधायक भी खड़े होकर संजीव सिंह को दुमका जेल भेजने के मुद्दे पर समर्थन करते दिखे।
विधानसभा द्वार पर धरने पर बैठी विधायक पुष्पा देवी जी को सदन के कार्यवाही में शामिल होने के लिए आग्रह करने माननीय मंत्री @BannaGupta76,माननीय मंत्री @Badal_Patralekh,मुख्य सचेतक(विपक्ष) बिरंची जी संग पहुंची।हमारी सरकार में पक्ष और विपक्ष को सवाल करने का समान अधिकार है। #womensday pic.twitter.com/N7q37RZfol— Purnima Niraj Singh (@purnimaasingh) March 8, 2021
पूर्णिमा सिंह ने उठाया जेलों में जैमर का मामला
झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने जेलों में लगे जैमर का मामला विधानसभा में उठाया। उन्होंने पूछा था कि इस जमाने में जब लोग फोर-जी मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं तब जेलों में टू-जी के जैमर कितने कारगर होंगे। उन्होंने इन जैमरों को तत्काल अपडेट कराने की भी मांग राज्य सरकार से की। पूर्णिमा नीरज सिंह ने बताया कि धनबाद समेत कई जिलों के व्यवसायियों ने जेलों से फोन आने की शिकायत समय-समय पर की है और ऐसे में सरकार को और सतर्कता बरतनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सदस्यों से मांगे सुझाव, कहा- सरकार गंभीरता से करेगी विचार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा के सभी सदस्यों से राज्यहित में सुझाव मांगे हैं। विधानसभा में सोमवार को कृषि की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि यह सरकार पारदर्शिता के साथ काम करना चाहती है। पदाधिकारियों के भरोसे सभी चीजें नहीं हो सकतीं। सदन में उपस्थित सभी विधायकों से अनुरोध है कि वे अपने सुझाव लिखित रूप से दें, सरकार उन पर गंभीरता से विचार करेगी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उठे महिलाओं के मामले
विधानसभा में अंतरराष्ट्रीय दिवस पर महिलाओं के मामले भी उठे। विधायक प्रदीप यादव ने डायन बिसाही का मामला उठाते हुए इसपर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि झारखंड के लिए यह अभिशाप है। अभी तक पुलिस इस तरह की घटनाओं पर लगाम नहीं लगा सकी है। निर्दोष महिलाओं की इसमें जान जा रही है। इसपर मंत्री जोबा मांझी ने डायन बिसाही पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। इधर, विधायक लंबोदर महतो ने उच्च शिक्षा तथा नौकरी में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने की मांग शून्यकाल में उठाई।