Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Income Tax News: लखपति करदाताओं में झारखंड का तीसरा स्थान, गुजरात और दिल्ली को भी पछाड़ा

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 09:55 PM (IST)

    झारखंड ने लखपति करदाताओं की संख्या में देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है जो राज्य की आर्थिक प्रगति का प्रतीक है। कर्नाटक और तेलंगाना के बाद झारखंड में सबसे अधिक लखपति करदाता हैं। आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों में 19.5% ने 12 लाख से 50 लाख रुपये की आय घोषित की है।

    Hero Image
    लखपति करदाताओं में झारखंड का तीसरा स्थान, गुजरात और दिल्ली को भी पछाड़ा

    प्रदीप सिंह, रांची। झारखंड ने लखपति करदाताओं की संख्या में देशभर में तीसरा स्थान हासिल कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। इसमें राज्य ने गुजरात और दिल्ली जैसे आर्थिक रूप से मजबूत राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है। दक्षिण भारत के दो राज्यों कर्नाटक और तेलंगाना के बाद झारखंड में सर्वाधिक लखपति टैक्स पेयर हैं, जो राज्य की प्रगतिशील अर्थव्यवस्था का स्पष्ट संकेत हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह राज्य के औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास का परिणाम है। नवीनतम आयकर डेटा ने झारखंड को उच्च आयकरदाताओं के मामले में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल कर दिया है। ऐसे करदाताओं की संख्या लगभग पांच लाख है।

    आश्चर्यजनक रूप से झारखंड ने दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे बड़े और अधिक औद्योगिक राज्यों को पीछे छोड़ते हुए लखपति करदाताओं की हिस्सेदारी में अपनी मजबूत स्थिति बनाई है।

    झारखंड में 19.5% आयकर दाखिल करने वालों ने अपनी वार्षिक आय 12 लाख रुपये से 50 लाख रुपये के बीच घोषित की है। यह आंकड़ा दिल्ली के 17.6% और महाराष्ट्र के 16.2% से अधिक है, जबकि कर्नाटक (20.6%) और तेलंगाना (19.8%) क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर हैं।

    गुजरात में सात फीसद करदाताओं ने 12 लाख से 50 लाख रुपये की आय घोषित की है। झारखंड का यह प्रदर्शन न केवल राज्य की आर्थिक प्रगति को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि भारत के छोटे और मध्यम स्तर के राज्य भी उच्च आय अर्जित करने वालों की संख्या बढ़ाने में सक्षम हैं।

    औद्योगिक व खनन इकाइयों का साथ

    आयकर विभाग व्यक्तिगत करदाताओं के नाम सार्वजनिक नहीं करता। कारपोरेट और उच्च आय वाले व्यक्तियों के आधार पर राज्य में कार्यरत बड़ी कंपनियां इस उछाल के पीछे बताए जाते हैं। टाटा स्टील लिमिटेड झारखंड का सबसे बड़ा औद्योगिक समूह है और यह देश के बड़े कॉरपोरेट करदाताओं में से एक है।

    स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, आदित्य बिरला समूह की हिंडाल्को, अदाणी समूह, वेदांता समेत भारत सरकार का उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड, सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, कोयला खनन से भारी राजस्व अर्जित करती है और इसमें कार्यरत कर्मी उच्च वेतन पाते हैं।

    रियल एस्टेट व सेवा क्षेत्र में बदलता माहौल

    लखपति करदाताओं की तादाद में बढ़ोतरी राज्य में रियल एस्टेट और सेवा क्षेत्र में बदलते माहौल के संदर्भ में भी है। रांची और जमशेदपुर समेत बड़े शहरों में रियल एस्टेट कारोबारी तेजी से विकसित हो रहे हैं। इसके अलावा सेवा क्षेत्र में भी तेजी से नई और प्रतिष्ठित कंपनियां आकर्षित हो रही हैं।

    रांची में मैरिएट समूह के होटल खुले हैं। ताज होटल के निर्माण के लिए भी एमओयू हो चुका है। आइटी और स्टार्टअप क्षेत्र की कंपनियों ने भी इसमें अपना योगदान दिया है।

    इसके अलावा स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र के उद्यमी, निजी अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों के मालिक भी उच्च आयकरदाताओं में शामिल हैं। उच्च आय वर्ग की संख्या में वृद्धि छोटे-मध्यम उद्यमों के विस्तार के कारण हुई है। रांची में कई व्यवसायी और पेशेवर डॉक्टर, वकील और उद्यमी 50 लाख रुपये तक की आय घोषित कर रहे हैं।