Jharkhand News: जैक ने तैयार किया नया रोड मैप, अब फरवरी में परीक्षा और अप्रैल में आएगा रिजल्ट
जैक बोर्ड परीक्षाफल प्रकाशन में हुई देरी को सुधारने के लिए नए रोडमैप पर काम कर रहा है। 2026 से मैट्रिक और इंटरमीडिएट के नतीजे अप्रैल के पहले सप्ताह तक जारी करने का लक्ष्य है। परीक्षाएं फरवरी में शुरू हो जाएंगी और मूल्यांकन 30 दिनों में पूरा किया जाएगा। अब मूल्यांकन कार्य में कॉलेज के शिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, रांची। जैक ने इस बार बोर्ड का परीक्षाफल प्रकाशित करने में देर की। अगले वर्ष से नए रोड मैप के तहत परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, ताकि समय पर परीक्षाफल आ सके और छात्र-छात्राओं को नामांकन लेने में परेशानी न हो। इसे लेकर जैक ने नए रोड मैप तैयार कर विभाग को सौंप भी दिया है।
अगले वर्ष यानी 2026 से मैट्रिक- इंटरमीडिएट का रिजल्ट हर हाल में अप्रैल के पहले सप्ताह तक जारी कर दिया जाएगा। इसकी तैयारी पहले से ही शुरू कर दी जाएगी और फरवरी के पहले सप्ताह से दूसरे सप्ताह तक दसवीं की परीक्षा ले ली जाएगी। तीसरे सप्ताह तक इंटरमीडिएट की परीक्षा संपन्न हो जाएगी।
विभागीय सचिव उमाशंकर सिंह ने बताया कि जैक द्वारा आश्वस्त किया गया है कि वे किसी भी हाल में अपने बताए रोड मैप से नहीं भटकेंगे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे इसी रोड मैप से तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि जैक को मैट्रिक-इंटर परीक्षा आयोजन को लेकर जो भी कमियां हैं उसकी मांग वे समय रहते विभाग से कर लें।
30 दिनों में मूल्यांकन कार्य पूरा करने का निर्णय:
मैट्रिक-इंटरमीडिएट परीक्षा का मूल्यांकन 30 दिनों में पूरा करने का संकल्प लिया गया है। इस कार्य को एक से 31 मार्च तक किसी भी हाल में पूरा कर लेना होगा। मूल्यांकन कार्य में अब कालेज के शिक्षकों को भी लगाने का निर्णय लिया गया है।
विभागीय सचिव ने बताया कि अभी स्कूली शिक्षकों पर अत्यधिक भार होता जा रहा था। दो माह तक शिक्षक परीक्षा संबंधित कार्य से ही जुड़े रहते थे, जिससे स्कूलों का पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए इस वर्ष से ही डिग्री संबद्ध अंगीभूत शिक्षण परीक्षण महाविद्यालय और अन्य मान्यता प्राप्त महाविद्यालय के शिक्षकों को भी मूल्यांकन कार्य में लगाया जाएगा।
नवनियुक्त शिक्षकों से कराया जाएगा मूल्यांकन:
नवनियुक्त शिक्षकों से भी मूल्यांकन कार्य कराया जाएगा। अभी नए शिक्षकों को कम से कम तीन वर्ष के बाद मूल्यांकन कार्य में लगाने का नियम है। विभागीय सचिव ने बताया कि इस नियम को शिथिल करने पर विचार किया जाएगा, ताकि उनकी सेवा ली जा सके और समय पर मूल्यांकन कार्य हो।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।