Jairam Mahto Viral Video: 'विधायक से ऐसे बात करोगे, पटक कर मारेंगे'; वायरल वीडियो में नाजिर से बोले जयराम
डुमरी से नवनिर्वाचित विधायक जयराम कुमार महतो का एक वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जयराम महतो एक नाजिर को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, रांची। डुमरी से झारखंड लोकतंत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के विधायक जयराम कुमार महतो का एक वायरल वीडियो (Jairam Mahto Viral Video) इन दिनों सुर्खियों में है। वे फोन पर एक नाजिर को कहते हुए सुने जा सकते हैं कि "ऐ नाजिर एक विधायक से ऐसे बात करते हैं, वे पटक कर मारेंगे"।
वीडियो में जयराम महतो आगे यह भी कहते हैं कि नाजिर ने एक गरीब व्यक्ति से काम के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत ली है। उन्होंने नाजिर को पैसे वापस करने को कहा और यह भी कहा कि अगर ऐसा नहीं किया तो वह अपने साथ सुरक्षाकर्मी लेकर चले।
वायरल वीडियो पर क्या बोले जयराम महतो
विधानसभा सत्र के पहले दिन इस वायरल वीडियो को विधायक जयराम कुमार महतो ने सही बताया। पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि लोग ईमानदारी से काम करेंगे तो ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना पड़ेगा।
विधायक जयराम कुमार महतो ने यह स्वीकार किया है कि नाजिर की गलती के चलते उन्हें ऐसी भाषा का प्रयोग करना पड़ा। नाजिर ने एक गरीब आदमी से दस हजार रुपये रिश्वत ली थी और काम भी नहीं किया और फोन भी काट दिया। गरीबों का शोषण वे कैसे बर्दाश्त करते।
'गरीबों को न्याय दिलाने के लिए...'
जिस नाजिर से उन्होंने कड़े शब्दों में बात की, वह डुमरी का नहीं बल्कि बाघामारा का था। विधायक ने कहा कि गरीबों को न्याय दिलाने के लिए जहां संवैधानिक तरीके से निपटना होगा, वहां संवैधानिक तरीके से निपटेंगे। वहीं, जहां सख्ती बरतनी होगी, वहां वे सख्ती से निपटेंगे।
विधानसभा में अलग अंदाज में नंगे पांव पहुंचे जयराम
इस विधानसभा चुनाव में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करनेवाली पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के विधायक जयराम महतो अलग अंदाज में नंगे पांव विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मुख्य द्वार पर सिर झुकाकर विधानसभा को साष्टांग प्रणाम किया तथा सदन के भीतर भी नंगे पांव गए। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी नंगे पांव ही सदन से बाहर निकले। डुमरी विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए जयराम विधानसभा सत्र के पहले दिन टी-शर्ट-पैंट और सफेद रंग की जैकेट में विधानसभा पहुंचे।
जयराम की टी-शर्ट पर "मिस यू चैम्पस फारईवर" लिखा था, जिसपर विकास और प्रकाश की तस्वीरें लगी थीं। ये दोनों उनके करीबी मित्र थे, जिनकी दो वर्ष पहले एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। जयराम के हाथ में एक लाल डायरी थी, जिसे उन्होंने सीढ़ी पर बायीं ओर रखकर घुटने के बल बैठकर सिर झुकाकर विधानसभा को नमन किया। फिर डायरी उठाकर विधानसभा के अंदर चले गए।
उन्होंने नंगे पांव पहुंचने के मीडिया के सवाल पर कहा कि भारत आस्था का देश है और किसी की आस्था मंदिर में है, तो किसी की मस्जिद, गिरिजाघर या गुरुद्वारा में है। देश के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि एक नजर रखना खेत-खलिहान पर, एक नजर रखना लाल किला के मचान पर। जब हम खेत-खलिहान में जाते हैं तो जूता-चप्पल खोलकर जाते हैं। विधानसभा भी तो एक तरह से मंदिर है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का यह मंदिर किसी धार्मिक स्थल से अधिक महत्वपूर्ण है। सदन की कार्यवाही के बाद मीडिया के एक सवाल पर जयराम ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस, झामुमो जैसे दलों के काम नहीं करने के परिणाम के रूप में जेएलकेएम का उदय हुआ। यदि ये दल काम किए होते तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि भाजपा यदि उनके भाषण को ही सुनकर उसपर काम की होती तो उसकी हार नहीं होती। जेल जाने से पहले हेमंत सरकार के प्रति एंटी इनकंबेंसी थी, लेकिन भाजपा उसका लाभ नहीं उठा सकी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।