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    Nutrition Month: सैम एवं मैम बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना अनिवार्य

    By Kanchan SinghEdited By:
    Updated: Tue, 21 Sep 2021 11:56 AM (IST)

    पोषण अभियान योजनांतर्गत पोषण माह के तहत तीस सितंबर तक चलने वाले अभियान को लेकर Nutrition Month गुमला सदर प्रखंड में पोषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन क ...और पढ़ें

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    पोषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    गुमला,जासं। पोषण अभियान योजनांतर्गत पोषण माह के तहत तीस सितंबर तक चलने वाले अभियान को लेकर गुमला सदर प्रखंड में पोषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पोषण जागरूकता कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ ने विकास भवन परिसर से हरी झंडी दिखाकर पोषण रैली को रवाना किया। आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं द्वारा निकाली गई पोषण रैली को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने पोषण जागरूकता कार्यक्रम में जन भागीदारी बढ़ाने का निर्देश दिया। कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।

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    उन्होंने पोषण माह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की भागीदारी को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जिले में सैम ( अति गंभीर कुपोषित) एवं मैम (अति कुपोषित) बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम तथा कम उम्र में किशोरियों के होने वाले विवाह को रोकना पोषण माह कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य हैं। ताकि उनका विकास किसी भी रूप में बाधित न हो। गुमला जिले को सुपोषित बनाने के लिए केवल महिलाओं एवं बच्चों को ही नहीं, अपितु पुरुषों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है।

    जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने कहा कि उन्होंने बच्चों में पोषण के सही स्तर को बनाए रखने में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। कहा कि एक सुपोषित महिला पोषण के महत्व को समझते हुए अपने शिशु के पोषण को सुनिश्चित करने का प्रयास करती है। इसके साथ ही उन्होंने अपने दिनचर्या में स्वच्छता की आदतों को अपनाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि सुपोषित जिले के निर्माण में स्वच्छता की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। इसके पश्चात् कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों निशा कुमारी एवं सुनील कुमार द्वारा आंगनबाड़ी सविकाओं एवं सहायिकाओं के बीच पपीते के पौधों का वितरण किया गया। विदित हो कि आज रवाना किए गए पोषण रैली के माध्यम से आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं ने पोषण एवं एनीमिया से बचाव का संदेश दिया।

    शरीर स्वस्थ रहने पर ही मानसिक विकास संभव : डा. निर्मल

    तोरपा : शरीर स्वस्थ रहने पर ही मस्तिष्क का विकास संभव है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए लागत को कम करने और पोषक अनाज को अपने दैनिक आहार में शामिल कर शरीर स्वस्थ रखना होगा। यह बातें डा. निर्मल कुमार ने कहीं। वे कृषि विज्ञान केंद्र दियांकेल में पोषण वाटिका सह पौधारोपन महाअभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मौके पर युवा वैज्ञानिक चानू ने पोषक अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी इत्यादि में उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी दी और ग्रामीण महिलाओं एवं युवतियों को इसे आहार में शामिल करने पर जोर दिया।

    कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ ज्योतिर्मय घोष ने केंद्र द्वारा किसानों के कल्याण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी दी। मौके पर चंदन कुमार ने अच्छी उपज के लिए संतुलित उर्वरक एवं कंपोस्ट के इस्तेमाल पर जोर दिया, जिससे उपज में वृद्धि के साथ ही मिट्टी की सेहत भी बनी रहे। इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक राजन चौधरी, आशुतोष प्रभात, धर्मेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के उपलक्ष्य में पोषण वाटिका महाअभियान एवं पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन भाप्राला, गोंद संस्थान रांची और कृषि विज्ञान केंद्र खूंटी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।